11 अप्रैल | करेंट अफेयर्स | Current Affairs In Hindi | Zyan Ki Bate

11 अप्रैल 2022 | करेंट अफेयर्स | Daily Current Affairs In Hindi

विभिन्न प्रतियोगी परीक्षाओं (competitive exams) के लिए महत्वपूर्ण करेंट अफेयर्स (Current Affairs) प्रतिदिन हिंदी में (Current Affairs In Hindi)। खासतौर से UPSC-PCS-PSC-BANK-IBPS-RAILWAY-SI-POLICE। यहाँ पर करेंट अफेयर्स मिलेगा विश्लेषण (Analysis) के साथ, जो कि आपकी प्रतियोगी परीक्षा (Competitive Exam) की तैयारी को करेगा और भी मजबूत।

विश्लेषण के दौरान अन्य महत्वपूर्ण जानकारियां (Extra Fact) भी प्राप्त होंगी, जो कि ज्ञान बढ़ाने के साथ-साथ ज्ञान के क्षेत्र में आपकी रूचि और तार्किक तथ्यों (Logical Facts ) को भी बढ़ाएंगी। करेंट अफेयर्स विश्लेषण के साथ पढ़ने से फायदा ये होता है कि जानकारियां हमें लम्बे समय तक याद रहती है, साथ ही साथ हम एक जानकारी को दूसरे जानकारी से लिंक कर पाते है।

तो आइये पढ़ते है आज का करेंट अफेयर्स।

करेंट अफेयर्स। Current Affairs In Hindi

प्रश्न 1. किनके स्वामित्व मानदंडों की समीक्षा करने के लिए सेबी ने दो अलग पैनल बनाए है?

उत्तर: प्रायोजकों और ट्रस्टियों के लिए।

विश्लेषण: प्रायोजकों और ट्रस्टियों की भूमिकाओं, पात्रता मानदंड और कार्यों की जांच के लिए भारतीय प्रतिभूति और विनिमय बोर्ड (सेबी) ने दो अलग-अलग विशेषज्ञ समूहों की स्थापना की है।

सेबी

1. एक प्रायोजक (जो एक म्यूचुअल फंड बनाता है) एक प्रमोटर (ये वो लोग होते है जो लोगों को कंपनी की तरफ आकर्षित करते है और कंपनी के प्रोडक्ट के बारे मे जानकारी देते है) की तरह होता है।

2. जबकि एक ट्रस्टी पर्यवेक्षक की भूमिका निभाता है जिसे निवेशकों (Investors) के हितों की रक्षा करने का काम सौंपा जाता है।

प्रमुख बिंदु:

  • एक प्रायोजक एक म्यूचुअल फंड बनाता है।
  • एक ट्रस्टी पर्यवेक्षक की भूमिका निभाता है, जो निवेशकों के हितो की देखरेख करता है।
  • इन्ही दोनों की भूमिकाओं पर निगरानी रखने के लिए सेबी ने दो अलग पैनल बनाए है।
  • सेबी की स्थापना 12 अप्रैल, 1992 को हुई।
  • सेबी के मुख्य कार्यों में – प्रतिभूतियों (सिक्यूरिटीज़) में निवेश करने वाले निवेशकों के हितों का संरक्षण करना, प्रतिभूति बाजार (सिक्यूरिटीज़ मार्केट) के विकास का उन्नयन करना तथा उसे विनियमित करना और उससे संबंधित या उसके अनुषांगिक विषयों का प्रावधान करना।

प्रश्न 2. 11वीं डीजीसी लेडीज ओपन एमेच्योर गोल्फ चैंपियनशिप 2022, कौन जीता?

उत्तर: तेरह वर्षीय रिया जादोन।

विश्लेषण: ऊषा द्वारा प्रस्तुत डीजीसी (दिल्ली गोल्फ क्लब) लेडीज ओपन अमेचर गोल्फ चैम्पियनशिप 2022 के फाइनल मुकाबले में तेरह वर्षीय रिया जादोन ने अपनी बड़ी बहन 15 वर्षीय लावण्या को हराकर चैम्पियनशिप अपने नाम कर ली। इस मुकाबले में रिया जादोन ने अपनी बहन लावण्या को 78-76, 80-79, 74-79 से हराया। रिया ने जूनियर गर्ल्स ट्रॉफी को भी अपने नाम किया।

पुरस्कार वितरण के दौरान डीजीसी की डायरेक्टर ऊषा के साथ रिया जादोन और उनकी बहन लावण्या।

प्रमुख बिंदु:

  • इस साल के टूर्नामेंट में 100 से ज्यादा महिलाओं ने भाग लिया।
  • इसका आयोजन 2 साल के अंतराल के बाद किया गया था।
  • इस प्रतियोगिता का यह 11वां संस्करण था।
  • ऊषा 30 साल से ज्यादा के समय से डीजीसी की भागीदार है।
  • ऊषा इस समय डीजीसी की डायरेक्टर है।

प्रश्न 3. केंद्रीय मंत्रिमंडल ने AIM को कब तक बढ़ाने के लिए मंजूरी दे दी है?

उत्तर: अगले साल मार्च तक।

विश्लेषण:

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में केंद्रीय मंत्रिमंडल ने अटल इनोवेशन मिशन (AIM – Atal Innovation Mission ) को मार्च 2023 तक जारी रखने की मंजूरी दे दी है। देश में नवाचार संस्कृति (Innovation culture) और उद्यमशीलता पारिस्थितिकी तंत्र (Entrepreneurial Ecosystem) बनाने के अपने लक्ष्य पर AIM काम करेगा। यह कार्य AIM द्वारा अपने विभिन्न कार्यक्रमों के माध्यम से किया जाएगा।

अटल इनोवेशन मिशन (AIM – Atal Innovation Mission)

2023 तक AIM द्वारा हासिल किए जाने वाले लक्ष्यों में 10,000 अटल टिंकरिंग लैब्स, 101 अटल इनक्यूबेशन सेंटर तथा 50 अटल कम्युनिटी इनोवेशन सेंटर की स्थापना करना है। इसके अलावा AIM के लक्ष्य में अटल न्यू इंडिया चैलेंजेस के माध्यम से 200 स्टार्टअप्स का समर्थन करना भी शामिल है। सरकारी आंकड़ों के अनुसार इस पूरी प्रक्रिया में 2000 करोड़ रुपये से अधिक का व्यय किया जाएगा।

प्रमुख बिंदु:

  • अटल इनोवेशन मिशन (AIM) को 2015 में नीति आयोग के तहत स्थापित किया गया था।
  • AIM का मुख्य उद्देश्य स्कूल, विश्वविद्यालय, अनुसंधान संस्थानों, MSMEs और उद्योग स्तरों पर देश भर में नवाचार और उद्यमिता का एक पारिस्थितिकी तंत्र (Ecosystem) बनाना है।
  • AIM ने निर्माण कार्य के लिए विभिन्न अंतर्राष्ट्रीय एजेंसियों के साथ द्विपक्षीय संबंध बनाए हैं।
  • AIM समर्थित स्टार्टअप ने सरकारी और निजी हिस्सेदारी (इक्विटी) वाले निवेशकों से 2000 करोड़ रुपए से अधिक एकत्रित किए हैं।

प्रश्न 4. यूजीसी द्वारा किन दो विश्वविद्यालयो में भीमा भोई चेयर की स्थापना को मंजूरी दी गयी है?

उत्तर: दिल्ली विश्वविद्यालय और जीजीवी।

विश्लेषण: विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (UGC – University Grants Commission ) ने दिल्ली विश्वविद्यालय और छत्तीसगढ़ के बिलासपुर में गुरु घासीदास विश्वविद्यालय में भीमा भोई चेयर स्थापना को मंजूरी दे दी है। दिल्ली विश्वविद्यालय और जीजीवी (गुरु घासीदास विश्वविद्यालय) में भीमाभोई चेयर की स्थापना महान संत भीमा भोई के मानवीय दर्शन पर उच्च अध्ययन और शोध को प्रोत्साहित करेंगे। यह स्थापना उनके जैसे साहित्यकार को एक उचित श्रद्धांजलि के स्वरूप है।

UGC – University Grants Commission

प्रमुख बिंदु:

  • ओडिशा में जन्मे भीमा भोई के एक संत, कवि और दार्शनिक थे। उन्होंने हिंदू धर्म में जाति व्यवस्था के खिलाफ लड़ाई लड़ी।
  • ओडिशा में जन्मे भीमा भोई के एक संत, कवि और दार्शनिक थे।
  • भीमा भोई, हिंदू धर्म में जाति व्यवस्था के खिलाफ लड़ाई लड़ी थी।
  • भीमा भोई ने अपनी कविताओं के माध्यम से लोगों के सशक्तिकरण के लिए लड़ाई लड़ी थी।
  • महिमा धर्म के समर्थक, संत भीमा भोई ने ओडिशा में सांस्कृतिक और साहित्यिक चेतना को फिर से जगाने में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी।
  • केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने टवीट के माध्यम से यूजीसी के फैसले का स्वागत किया है।

प्रश्न 5. मानव तस्करी रोधी प्रकोष्ठ का शुभारंभ किस आयोग ने किया है?

उत्तर: राष्ट्रीय महिला आयोग।

विश्लेषण: राष्ट्रीय महिला आयोग (National Commission For Women) ने मानव-तस्करी (human trafficking) के मामलों से प्रभावी तरीके से निपटने में सुधार करने, लड़कियों एवं महिलाओं के बीच जागरूकता बढ़ाने, मानव-तस्करी रोधी इकाइयों के क्षमता निर्माण एवं प्रशिक्षण में वृद्धि करने और कानून का प्रवर्तन कराने वाली एजेंसियों की जवाबदेही बढ़ाने के लिए मानव-तस्करी रोधी प्रकोष्ठ का शुभारंभ किया है।

राष्ट्रीय महिला आयोग (National Commission For Women)

प्रमुख बिंदु:

  • इस प्रकोष्ठ की स्थापना का उद्देश्य, कानून का प्रवर्तन कराने वाले अधिकारियों के बीच जागरूकता बढ़ाने और उनकी क्षमता निर्माण में वृद्धि करना है।
  • यह प्रकोष्ठ क्षेत्रीय, राज्य और जिला स्तर पर पुलिस अधिकारियों और अभियोजकों को लैंगिक समानता के प्रति संवेदनशील बनाने और मानव-तस्करी से निपटने में सक्षम करने के लिए प्रशिक्षण एवं कार्यशालाओं का आयोजन करेगा।
  • मानव-तस्करी से संबंधित जो भी शिकायतें महिला आयोग को मिलेंगी, उसका समाधान यह प्रकोष्ठ करेगा।

मानव-तस्करी से बचाए गए लोगों को आवश्यकता-आधारित प्रशिक्षण प्रदान करके और उनके घावों को फिर से ताजा होने से बचाने के उद्देश्य से उनके लिए क्षमता निर्माण कार्यक्रम आयोजित करके उनके जीवन के पुनर्निर्माण में यह प्रकोष्ठ मदद करेगा।

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