मानव ने सबसे पहले कुत्ते को ही पालतू जानवर क्यों बनाया ?

मानव और कुत्ता | मानव ने सबसे पहले कुत्ते को पालतू जानवर बनाया

आज के इस महत्वपूर्ण लेख में हम सभी गहराई से समझने की कोशिश करेंगे कि मानव ने सबसे पहले कुत्ते को ही पालतू जानवर क्यों बनाया और भी तो बहुत से जानवर रहे होंगे।

तो आइये जानते है…..

मानव ने सबसे पहले कुत्ते को ही पालतू जानवर क्यों बनाया?

जब हम इतिहास पढ़ते है तो हमें पढ़ने को मिलता है कि मानव ने सबसे पहले कुत्ते को ही पालतू जानवर बनाया। तब मन में ये जानने की जिज्ञासा जरूर उठती है कि आखिर मानव ने सबसे पहले कुत्ते को ही पालतू जानवर क्यों बनाया होगा। इसकी क्या वजह हो सकती है? आखिर और भी तो जानवर उसके आसपास रहें होंगे, फिर भी उसने सबसे पहले कुत्ते को ही पालतू जानवर क्यों बनाया।

तो आइये मानव ने सबसे पहले कुत्ते को ही पालतू जानवर क्यों बनाया इसके बारे में थोड़ा विश्लेषण करते है और तथ्य के नजदीक तक पहुँचने की कोशिश करते है।

तो ये निम्न वजहें हो सकती है जिसकी वजह से मानव ने सबसे पहले कुत्ते को ही पालतू जानवर बनाया होगा!

मानव में जब थोड़ा सा स्थायीपन आया होगा तब वह एक ही जगह पर कई दिनों तक रुका होगा। मानव में स्थायीपन से आशय खाद्य संग्रहण और कृषि से है। मतलब जिस जगह पर खाद्य संग्रहण ज्यादा होता था, मानव वहां पर ज्यादा दिनों तक रुकता था।

जैसे कई जगह उसे फल के वृक्ष मिले होंगे जो मौसमी रहे होंगे और एक मौसम के फल तो उसे एक महीने का भोजन जरूर उपलब्ध कराते रहे होंगे। कृषि के बारे में तो आप अंदाजा लगा ही सकते है कि उसको पकने में कई महीनों का समय लगता है। इस प्रक्रिया में अपने भोजन के जुगाड़ में मानव एक ही स्थान पर कई दिनों तक रुक जाता था।

इस रुकने के दौरान उसने कई जानवरों का क्रियाकलाप देखकर अवलोकन किया होगा। हर जानवर में अलग-अलग गुण होते है। इस अवलोकन के दौरान उसे महशूस हुआ होगा कि कुत्ता उसके शिकार करने में मददगार साबित हो सकता है। वो इस बात का कुत्ते में क्या देखकर और उसके बारे में सोचकर अंदाजा लगाया होगा कि शिकार करने में कुत्ता मददगार साबित हो सकता है। आइये थोड़ा इस विषय पर अध्ययन करते है।

कुत्ते की वफादारी और कुछ खास लक्षण।

जैसा की आप सभी जानते है कि कुत्ता एक ऐसा प्राणी है कि उसमे बहुत जल्दी अपनापन आता है। उसको अगर आप अपने घर के पास एक दिन भी थोड़ा सा कुछ खाने को दे दे, तो कुत्ता फिर अगले दिन भी आपके घर के पास जरूर आएगा और उस दौरान अगर कोई दूसरा कुत्ता वहां उसको आसपास दिख जाए तो वो उसे भोंककर भगाने की कोशिश जरूर करता है, क्योंकि कुत्ते को वो अपना घर और इलाका सा लगने लगता है।

इसके अलावा जब आप किसी के पीछे भागते है, तो कुत्ता भी बड़ी तेजी के साथ भागता है और उसको सामने से रोकने की कोशिश करता है। इस प्रक्रिया के दौरान मानव को शिकार करने में बहुत आसानी महशूस हुई होगी और इसके साथ ही जब कुत्ता मानव के पास रहने लगा तो वह रात में भी मानव और उसके खाद्य संग्रहण की देखभाल करने लगा।

मतलब आप सभी जानते है कि कुत्ते का सबसे बड़ा गुण है उसका भोकना और हर वक्त चौकन्ना रहना। कुत्ते को जरा सी भी आहट लगे तो वह जग जाता है और चौकन्ना हो जाता है।

कुत्ता,  मानव और उसके खाद्य संग्रहण की निम्न प्रकार से देखभाल करता रहा होगा!

  • जैसे मानव रात में सो गया और कोई जानवर उसकी कृषि में घुस रहा है तो वह भोंककर मानव को जगा देता था।
  • वह अकेला भी भोंककर कृषि को नुकसान पहुँचाने वाले जानवरों को भगा देता रहा होगा।
  • कोई जंगली या किसी भी प्रकार का जानवर या मानव ही जब रात में वहां आसपास से गुजरता रहा होगा, तब भी भोंककर मानव को सचेत करता रहा होगा कि आसपास कुछ गड़बड़ है।

इस प्रकार से ये सब देखकर मानव को कुत्ते में बहुत ही वफादारी समझ में आई होगी। इन्ही सब कारणों की वजह से मानव ने सबसे पहले कुत्ते को ही पालतू जानवर बनाया। आपका इस विषय में क्या कहना है, आप अपनी रॉय कमेंट के माध्यम से शेयर कर सकते है।

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