Pele: पेले का भारत आगमन और पेले कि भारत से जुड़ी हुंई ऐतिहासिक यादें

पेले को देखने को लिए लोगों का लग गया था जमावड़ा

आज के इस लेख में हम फ़ुटबाल के महान खिलाड़ी ‘Pele – पेले’ कि भारत से जुड़ी यादों के बारे में जानेंगे, साथ ही ये भी जानेंगे कि पेले कब भारत आए थे और उनका भारत आने के दौरान अनुभव कैसा रहा?

तो आइए जानते हैं…….

चर्चा में क्यों?

हाल ही में ब्राज़ील के महान फुटबॉलर और फुटबॉल के भगवान कहे जाने वाले पेले का 82 वर्ष की उम्र में निधन हो गया। इंस्टाग्राम पर उनकी बेटी केली नेसिमेंटो ने उनके निधन की पुष्टि की। पेले कोलन कैंसर से जूझ रहे थे और 2021 से उनका कोलन कैंसर का इलाज चल रहा था और अब उनकी बॉडी ने कीमोथेरेपी ट्रीटमेंट का जवाब देना भी बंद कर दिया था। अन्य कई बीमारियों के कारण उन्हें हाल ही में अस्पताल में भर्ती कराया गया था, जहां पता चला कि उन्हें रेस्पिरेटरी इनफेक्शन भी है।

पेले कि भारत से जुड़ी यादें – पेले का भारत आगमन

फुटबॉल के भगवान कहे जाने वाले पेले की भारत से भी जुड़ी कुछ यादें हैं। Pele जब पहली बार भारत आए थे, तो कोलकाता शहर की सड़कें जाम हो गई थी और प्रशंसक एक झलक पाने के लिए बेताब थे। 25 सितंबर 1977 का वह दिन था, जब पेले भारत की प्रसिद्ध टीम मोहन बागान के साथ एक फ्रेंडशिप मैच खेलने आए थे। उनके दीवानों ने कोलकाता शहर की सड़कें जाम कर दी थी। उस समय टेलीविजन, अखबार और मैगजीन उनकी खबरों से पट गया था।

पेले एक झलक पाने के लिए लोग उतावले हुए जा रहे थे। ब्राजील को 3 विश्वकप खिताब जिताने वाले फुटबॉलर Pele संन्यास लेने से पहले भारत दौरे पर आए थे। उस समय उनका सामना उस समय की प्रसिद्ध फुटबॉल टीम मोहन बागान टीम से हुआ था। मोहन बागान की उस टीम में पीके बनर्जी और कप्तान के रूप में सुब्रतो भट्टाचार्य जैसे बेहतरीन खिलाड़ी शामिल थे। ऐतिहासिक और गौरवान्वित करने वाली बात यह रही कि उस फ्रेंडशिप मैच में मोहन बागान की टीम ने Pele के कॉस्मॉस क्लब के विजय रथ को 2-2 से ड्रा खेलकर रोक दिया था।

पेले - भारत में फुटबॉल खेलते हुए
पेले – भारत में फुटबॉल खेलते हुए

मैदान के अंदर और बाहर लोगों का लोगों का जमावड़ा था

25 सितंबर 1977 का वह ऐतिहासिक क्षण जब पेले मैदान के अंदर प्रवेश कर रहे थे, तो उनके प्रशंसक स्टेडियम के अंदर पेले-पेले चिल्ला रहे थे। मैदान के बाहर भी लोगों का जमावड़ा था। सड़कों पर गाड़ियां चीटियों की तरह रेंग-रेंग कर चल रही थीं। फुटबॉल इतिहासकार नोवी कपाड़िया ने अपनी किताब ‘बेयरफुट टू बूट्स’ में कुछ ऐतिहासिक पलों का जिक्र किया है। उन्होंने किताब में जिक्र किया कि ब्राजील के दिग्गज फुटबॉलर पेले हवाई अड्डा से जब बाहर निकले, तो लाखों की संख्या में लोग उनको बधाई देने के लिए खड़े हुए थे।

भारत में पेले की अन्य यात्राएं – Pele’s other travels in India

अपनी यात्रा के दौरान पेले ने आगरा जाकर ताजमहल भी देखा। दूसरी बार पेले 1980 में न्यूयॉर्क कॉस्मॉस टीम के सदस्य के रूप में भारत आए। उस दौरान कोलकाता की साल्ट लेक स्टेडियम में एक लाख से अधिक की संख्या में लोगों की भीड़ के सामने भारतीय क्लब टीम के साथ एक प्रदर्शनी मैच भी खेला।

पेले से मिलीं ममता बनर्जी
पेले से मिलीं ममता बनर्जी

80 और 90 के दशक में Pele ने भारत के कई अन्य दौरे भी किए, इस दौरान उन्होंने फुटबॉल प्रदर्शनी मैचों में हिस्सा लेने सहित भारत में फुटबॉल को बढ़ावा देने के प्रयासों का भी समर्थन किया। 2011 में पेले ‘इंडियन सुपर लीग’ के उद्घाटन समारोह में भाग लेने के लिए भारत आए थे। इस दौरान उन्होंने तत्कालीन राष्ट्रपति प्रतिभा देवी सिंह पाटिल से भी मुलाकात की। इसके अलावा अपनी यात्रा के दिल्ली और मुंबई सहित भारत के कई अन्य शहरों का भी दौरा किया।

पेले का स्वागत करती हुई ममता बनर्जी
पेले का स्वागत करती हुई ममता बनर्जी

2016 में पेले को ‘हीरो इंडियन सुपर लीग’ के फाइनल मुकाबले में अतिथि के रूप में भारत आमंत्रित किया गया था और इस यात्रा के दौरान उन्होंने कई भारतीय फुटबॉल खिलाड़ियों और अपने प्रशंसकों से मुलाकात की। 2018 में पेले ने भारत में ‘हीरो सुपर कप’ में अतिथि के रूप में फिर से भारत का दौरा किया। यह उनका आखिरी भारत दौरा था।

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