भारत का मध्य काल और आधुनिक काल

विश्व सन्दर्भ में भारत का मध्य काल और आधुनिक काल

आज के इस लेख में हम विश्व के सन्दर्भ में भारत का मध्य काल और आधुनिक काल के बारें में जानेंगे। साथ ही इनके कालक्रम में अंतर की वजह भी जानेंगे।

तो आइये जानते है…….

विश्व सन्दर्भ में भारत का मध्य काल और आधुनिक काल (India’s Middle Ages and Modern Periods in World Context)।

विश्व सन्दर्भ में भारत का मध्य काल (India’s Middle Ages in World Context)।

विश्व सन्दर्भ में मध्य काल की शुरुआत 500 AD के आसपास मानी जाती है तथा यह 1500AD तक चला (500AD-1500AD)। मध्यकाल का प्रमुख लक्षण है सामंतवाद। मध्य काल अपनी रुढ़िवादी विचारधारा के लिए जाना जाता है। इस काल में विज्ञान का विकास रुक सा गया।

प्राचीनकाल में जिसका विकास तेजी से हुआ वही मध्यकाल में थम सा गया। विश्व और भारत दोनों जगह रुढ़िवादी विचारधारा हावी हो गयी। 647 AD में हर्षवर्धन की मृत्यु के पश्चात् भारत में प्राचीनकाल समाप्त होता है और मध्य काल की शुरुआत होती है। विश्व के सापेक्ष में 476 AD में रोम साम्राज्य के अंत से प्राचीनकाल का अंत होता है।

भारत का मध्य काल।

भारत के मध्य काल को तीन भागों में विभाजित किया गया है।

  1. राजपूत काल
  2. सल्तनत काल
  3. मुग़ल काल

हर्षवर्धन की मृत्यु के पश्चात् भारत में राजपूत काल की स्थापना होती है। राजपूत काल की दो अवस्थाए है। राजपूत काल की प्रारंभिक अवस्था त्रिपक्षीय संघर्ष के लिए जानी जाती है। गुजरात, राजस्थान, मालवा (सतपुड़ा के नीचे मालवा क्षेत्र) में गुर्जर प्रतिहार, दक्खन में राष्ट्रकूट, बंगाल में पाल।

व्दितीय राजपूत अवस्था में भारी मात्रा में राजपूत थे, उनमें से प्रमुख राजपूत राजवंश ये रहे।

  • गुजरात में सोलंकी
  • मालवा में परमार
  • खजुराहो में चंदेल
  • कन्नौज में गहड़वाल
  • अजयमेरु में चौहान

1206 AD में सल्तनत काल की शुरुआत होती है (कुतुबुद्दीन ऐबक के सुल्तान बनने पर गुलाम वंश की स्थापना से)। सल्तनत काल के प्रमुख राजवंश ये रहे।

  1. गुलान वंश
  2. खिलजी वंश
  3. तुगलक वंश
  4. सैयद वंश
  5. लोदी वंश

1526 AD तक सल्तनत काल चला। 1526 AD में पानीपत के प्रथम युद्ध में बाबर ने इब्राहिम लोदी को हराकर मुग़ल वंश की स्थापना की। मुग़ल काल औरंगजेब की मृत्यु 1707 AD तक चला। भारत में यही पर मध्यकाल का अंत होता है। विश्व में 16वीं शताब्दी में आधुनिक काल की शुरुआत होती है और भारत में 18वीं शताब्दी में, मतलब 200 सौ साल पीछे रहे हम।

विश्व सन्दर्भ में भारत का आधुनिक काल (India Modern Period in World Context)।

विश्व सन्दर्भ में आधुनिक काल की शुरुआत 16वीं शताब्दी में मानी जाती है इसको दो वर्गों में विभाजित किया गया है।

  1. पूर्वी आधुनिक काल (EARLY-MODERN)
  2. पश्चात् आधुनिक काल (LATER-MODERN

पूर्वी आधुनिक काल 16वीं शताब्दी से मध्य 18वीं शताब्दी तक माना जाता है। पश्चात् आधुनिक काल की शुरुआत मध्य 18वीं शताब्दी से मानी जाती है, इसकी तीन प्रमुख घटनाए है।

  1. फ्रांस की क्रांति
  2. अमेरिका की क्रांति
  3. औघोगिक क्रांति

मध्य काल और आधुनिक काल के बीच की कड़ी है पुनर्जागरण(RENAISSANCE)। इस शब्द के बहुत खास मतलब है। प्राचीन काल में हम बहुत तेजी से विकास कर रहे थे, मतलब जग रहे थे। मध्य काल आते ही हम सो गये, मतलब विज्ञान का विकास रुक गया और रुढ़िवादी विचारधारा हम पर हावी हो गयी और फिर से दुबारा विज्ञान की प्रगति शुरू हुई ईटली के FLORENCE नामक स्थान से। यही से पुनर्जागरण की शुरुआत मानी जाती है, पुनर्जागरण को खोगो का युग भी कहा जाता है।

भारत में आधुनिक काल।

भारत में आधुनिक काल की तीन अवस्थाएं है।

  1. ब्रिटिश पूर्व का काल : यूरोपियन्स के भारत आने के पूर्व का काल, इस समय भारत में मराठा युग चल रहा था, भारत की सबसे शक्तिशाली ताकत थी मराठा।
  2. 1757 में प्लासी के युद्ध के बाद ईस्ट इंडिया कंपनी का काल 1858 तक चलता है।
  3. 1858 से भारत की स्वतन्त्रता तक (1858-1947) भारत में ब्रिटिश राज का काल कहा जाता है इसमें ब्रिटिश के क्राउन की हुकूमत चलती है।

इसके आगे का: पुनर्जागरण काल (RENAISSANCE) | पुनर्जागरण के प्रमुख लीडर

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