शेयर मार्केट में ट्रेडिंग करते समय क्या करें और क्या ना करें ? समझिए सरल शब्दों में

आज के इस लेख में हम जानेंगे कि शेयर मार्केट में ट्रेडिंग – Trading करते समय क्या करें और क्या ना करें?? या फिर ऐसा कहे कि ट्रेडिंग शुरू करने से पहले हमें किन बातों के बारे में जानकारियां होना चाहिए।

शेयर मार्केट में ट्रेडिंग या इन्वेस्ट करने से पहले कुछ बातों का ध्यान रखना जरुरी होता है। बाजार की मौजूदा उतार-चढ़ाव के बीच ट्रेडर्स को मॉनीटरी रुझान पर निगाह बनाए रखना चाहिए, ताकि अपने पैसों को डूबने से बचा सकें। चाहे मार्केट में आप ट्रेड करें या इन्वेस्टमेन्ट, बाजार के इस उतार-चढ़ाव के बीच बेहतर निर्णय लेना होता है, ताकि रिस्क को घटा सकें और अपने रिटर्न को बढ़ा सकें। हालांकि, किसी भी तरीके से आप फैंसले ले, ट्रेडिंग करते समय कुछ चीजों का आपको हमेशा ख्याल रखना चाहिए, तो आइए अब उन चीजों के बारे में जान लेते हैं।

ट्रेडिंग शुरू करने से पहले इन बातों का रखें ध्यान – Keep these things in Mind before Starting Trading

Affordable Risk – क्षमता वाला जोखिम

अगर सब कुछ आपकी रणनीति के मुताबिक ही रहा, तो शेयरों की ट्रेडिंग से आप शानदार मुनाफा कमा सकते हैं, लेकिन शेयर मार्केट में उतना ही जोखिम लेना चाहिए, जितनी आपकी क्षमता हो। रिस्क का मतलब है कि आप कितनी पूंजी गंवाने की क्षमता रखते हैं।

कभी भी ऐसे पैसे को निवेश न करे, जिसे आप गंवाना नहीं चाहते हैं। हमेशा उतना ही पैसा इन्वेस्ट करें, जिसे वहन करने की आप क्षमता रखते हैं।

लोन लेकर ट्रेडिंग मत करें – don’t do Trading with Loan

किसी लालच में आकर या किसी दूसरे को देखकर शेयर बाजार में कभी भी Loan लेकर ट्रेडिंग न करें, क्योंकि ऐसा करने से आप बड़ी मुसीबत में फंस सकते हैं। कहने का आशय ये है कि मान लीजिए, आपने लोन लेकर ट्रेडिंग की और आप सफल नहीं हुए, तो इस प्रकार की स्थिति में आप लोन का पैसा कहां से चुकाएंगे और ऊपर से उसमें ब्याज भी लगेगा।

रिसर्च करके निवेश करें – Invest by researching

शेयरों की खरीद-बिक्री से पहले रिसर्च जरूर करना चाहिए, इससे आपको यह तय करने में आसानी होगी कि किस भाव पर आपको अपनी पोजीशन को स्क्वायर ऑफ (सेल साइड या बाय साइड पोजीशन को बंद करना) करना हैं। शेयर मार्केट से पैसा कमाने के लिए हमेशा किस्मत ही नहीं, एनालिसिस भी बहुत महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। बाजार के रुझानों की बजाय स्पष्ट संकेत मिलने पर ही ट्रेडिंग करें। फंडामेंटल रूप से मजबूत कंपनी में निवेश करना बेहतर फैसला माना जाता है।

सही डीमैट अकाउंट चुनें – Choose the Right Demat Account

  • हर नए निवेशक को शेयर बाजार में निवेश करने का सबसे पहला कदम डीमैट अकाउंट खुलवाना होता है, लेकिन कई बार कुछ नए लोग भरोसेमंद डीमैट अकाउंट की बजाय ऐसे कंपनियों में डीमैट अकाउंट खुलवा लेते हैं, जिससे बाद में उन्हें काफी समस्याएं फेस करनी पड़ती हैं।
  • जैसे कस्टमर सपोर्ट नहीं मिलना, छुपे हुए चार्ज और टैक्स कट जाना, बैंक अकाउंट में पैसे एड या फिर Withdraw करते समय Error आना।
  • ऐसी दिक्कते अक्सर तभी आतीं हैं, जब आप किसी गलत डीमैट अकाउंट का चुनाव कर लेते हैं। इसलिए हमेशा शेयर बाजार में शुरुआत करते वक्त कुछ भरोसेमंद ब्रोकर, जैसे- जेरोधा, एंजल ब्रोकिंग आदि के साथ ही अपना डीमैट अकाउंट खोलें।

अफवाहों पर ध्यान न दें – Ignore Rumors

दूसरों को देखकर बाजार में पैसा न लगाएं। निवेश तभी करें, जब आपको इसके बारे में जानकारी हो। अफवाहों पर ध्यान न दें। स्टॉक मार्केट में अफवाहें बहुत चलती हैं। यह बेहतर होगा कि अगर अच्छी कंपनी का शेयर, फेयर प्राइस (उचित रेट) पर है, तो निवेश किया जाए न कि फेयर कंपनी का शेयर ज्यादा भाव में खरीदें।

पेनी स्टॉक्स या सस्ते शेयर खरीदने के चक्कर में न पड़े

अधिकतर नए निवेशक 1 रूपए वाले शेयर, 10 रूपए से कम कीमत वाले शेयर, 20 रूपए से कम कीमत वाले शेयर या 50 रूपए से कम कीमत के शेयर के पीछे पड़े रहते हैं, क्योंकि सस्ती चीजें लोगों को जल्दी व ज्यादा आकर्षित करती हैं। जितना हो सके, इस प्रकार के सस्ते शेयर के चक्कर में ना पड़े और मजबूत फंडामेंटल वाले शेयर खरीदने की कोशिश करें, क्योंकि आपको पता होना चाहिए कि अगर किसी कंपनी का शेयर इतना सस्ता है, तो इसका कोई न कोई कारण जरूर होगा। इसी वजह से इस प्रकार के शेयर को पेनी स्टॉक्स या भंगार शेयर कहा जाता है।

जिस सेक्टर को आप समझते हैं, उसी में निवेश करें

मान लीजिए कि आपको आईटी सेक्टर की जानकारी नहीं है, तो आपको आईटी कंपनियों के स्टॉक्स में निवेश नहीं करना चाहिए।

  • उदाहरण के तौर पर अगर आप बिजली विभाग में काम करते हैं, तो आपको टाटा पावर या Adani Power के शेयर खरीदना चाहिए।
  • अगर आप फ़ूड इंडस्ट्री में काम करते हैं, तो नेस्ले या ब्रिटानिया जैसे स्टॉक्स खरीद सकते हैं।
  • अगर फर्नीचर के बारे में अच्छी जानकारी रखते हैं, तो आपको Pidilite के स्टॉक्स लेना सही रहेगा।
  • अगर आप रेलवे विभाग में काम करते हैं, तो IRCTC के शेयर आपके लिए बेस्ट रहेंगे।
  • इसी प्रकार से आप अपने इंटरेस्ट के आधार पर शेयर का चयन करें। आपको अपने निवेश पर कभी भी नुकसान नहीं होगा, क्योंकि आपको कंपनी के बिजनेस और उसके प्रोडक्ट के बारे में पता होगा।

अवसरों पर नजर रखें

अच्छी कंपनी के शेयर में अस्थायी (टेम्परेरी) गिरावट खरीददारी का बेहतर मौका लती हैं, जबकि ज्यादातर लोग शेयर तब खरीदते हैं, जब अच्छी कंपनी का बिजनेस बहुत अच्छा चल रहा हो। ऐसा निवेश करें, जो पूरी जिंदगी के लिए हो और आपको हमेशा प्रॉफिट देता रहे। अवसरों पर हमेशा नजर रखें, जो दुनिया में कहीं भी मिल सकते हैं। अवसर किसी भी इंडस्ट्री में हो सकता है।

हमेशा सेक्टर की लीडर कंपनी का शेयर खरीदें

अगर आप किसी कंपनी का शेयर खरीदना चाहते हैं, तो हमेशा कोशिश करें कि वह कंपनी जिस इंडस्ट्री या सेक्टर की है, वह उस सेक्टर की लीडर कंपनी हो, यानी कि सबसे ज्यादा मार्केट शेयर आपके कंपनी के हों। लीडर कंपनी से मतलब है – मोनोपली कंपनी।

कुछ मोनोपली कंपनी के उदाहरण हैं- एशियन पेंट, IRCTC, Pidilite, Dmart, IEX, Muthoot Finance, Dixon Technology आदि।

स्टॉप लॉस के साथ करें ट्रेडिंग

ट्रेडिंग के दौरान भाव में उतार-चढ़ाव को लगातार ट्रैक करना लगभग असंभव है। चूकने पर भारी नुकसान भी हो सकता है और बंपर मुनाफा भी। हालांकि, रिस्क मैनेज करने के लिए जरुरी है कि आप स्टॉप लॉस का इस्तेमाल करें और बाजार की विपरीत परिस्थितियों में अपने प्रॉफिट को सुरक्षित करें। स्टॉप लॉस का मतलब- सौदा शुरू करने से पहले ऐसा प्राइस लेवल तय करना, जिसके नीचे आप रिस्क नहीं लेना चाहते हैं।

स्टॉप लॉस एक निवेशक द्वारा अपने नुकसान को सीमित करने के लिए उपयोग की जाने वाली विधि है। यह निवेशक द्वारा एक ब्रोकर को एक निश्चित पूर्व निर्धारित मूल्य तक पहुँचते ही प्रतिभूतियों को बेच देने के आर्डर के रूप में काम करता है।

उदाहरण के लिए, मान लीजिए कि रमेश प्रति शेयर एक हजार रूपए की दर से XYZ मोबाइल कंपनी में 50 शेयर खरीदता है। शीघ्र ही शेयर की कीमत प्रति शेयर 960 रूपए तक गिर जाती है। रमेश अपने नुकसान को सीमित करना चाहता है, तो वह 950 रूपए में एक स्टॉप लॉस आर्डर रख देता है। इसका मतलब ये हुआ कि अगर कीमत 950 रूपए से और भी कम होती जाती है, तो उसके ब्रोकर आगे होने वाले और नुकसान को रोकने के लिए शेयर बेच देंगे।

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