Chat GPT: क्या है चैट जीपीटी और काम कैसे करता है? समझिए सरल शब्दों में….

'Chat GPT - चैट जीपीटी' की विस्तृत जानकारी

आज के इस लेख में हम जानेंगे कि चैट जीपीटी – Chat GPT क्या है? कैसे काम करता है? और इससे संबंधित समस्त मुद्दों पर चर्चा करेंगे, साथ ही इसने किस प्रकार से लॉन्च होते ही गूगल जैसी बड़ी कंपनी की मुश्किलें बढ़ा दी, इस पर भी चर्चा करेंगे?

तो आइए जानते हैं……

विषय सूची

चर्चा में क्यों?

30 नवंबर 2022 को लांच होने के 5 दिन में ही चैट जीपीटी के 10 लाख से अधिक यूजर हो गए। आज तक के इतिहास में इतनी तेजी से किसी भी ऐप, वेबसाइट या यूट्यूब चैनल के यूजर या सब्सक्राइबर नहीं बढ़े। क्योंकि यह एक चैटबॉट है और यह टू द प्वाइंट जवाब देता है, इस वजह से गूगल की मुश्किलें बढ़ी। गूगल की मुश्किलें बढ़ने की वजह से यह ज्यादा सुर्खियों में आया।

चैट जीपीटी क्या है – what is chat gpt?

एआई (AI – Artificial Intelligence) यानी आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस पर काम करने वाली कंपनी OpenAI ने एक नया चैटबॉट बनाया है। चैटबॉट यानी मशीन से चैट करना, लेकिन इसमें आपको इंसान से बात करने जैसी फीलिंग आएगी। यह एक कन्वर्सेशनल एआई है। यानी एक ऐसा आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, जिसके साथ आप इंसानों की तरह बातचीत कर सकते हैं। यानी आप इससे जो कुछ भी पूछेंगे, तो ये पूछी गई चीज का इंसानों की तरह डिटेल में लिखकर जवाब देगा और यह काफी सटीक जानकारी देता है।

इसको आप ऐसे भी समझ सकते हैं, जैसे- आप व्हाट्सएप में किसी से बात कर रहे होते हैं, तो इस तरफ से आप टाइप करके सामने वाले बंदे को भेजते हैं, तो उधर से सामने वाला बंदा भी टाइप करके आपको भेजता है। इसी प्रकार से चैट जीपीटी काम करता है। आपको जो भी सवाल पूछना है, आप टाइप करेंगे और जैसे ही टाइप करके इंटर करेंगे, वैसे ही चैट जीपीटी लिखना शुरु कर देगा और बहुत ही तेजी से जवाब देगा।

चैट जीपीटी का फुल फॉर्म – full form of chat gpt

Chat GPT (Chat Generative Pre-trained Transformer). यह आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस पर काम करने वाली कंपनी OpenAI द्वारा विकसित किया गया है।

चैट जीपीटी को किसने बनाया – Who created Chat GPT – Chat GPT Owner?

सैम ऑल्टमैन (Sam Altman) ने ट्विटर के मालिक एलन मस्क के साथ मिलकर 2015 में इंडिपेंडेंट रिसर्च बॉडी OpenAI को बनाया था। उस वक्त एक ब्लॉक पोस्ट में कहा गया था कि डिजिटल इंटेलिजेंस को इस तरह से आगे बढ़ाएं, जिससे मानवता को सबसे अधिक लाभ मिले।

एलन मस्क ने फरवरी 2018 में कंपनी के बोर्ड से इस्तीफा दे दिया, लेकिन डोनर बने रहे। 2019 में बिल गेट्स की कंपनी माइक्रोसॉफ्ट ने OpenAI में 1 अरब डॉलर यानी 83 हजार करोड़ का निवेश किया। 30 नवंबर 2022 को प्राथमिक अवस्था (Prototype) के रूप में इसे लांच किया गया। तब से यह दिन-प्रतिदिन बहुत ही तेजी से निरंतर आगे बढ़ रहा है।

क्या चैट जीपीटी पर कोई भी अपना अकाउंट बना सकता है – Can anyone create an account on Chat GPT? चैट जीपीटी पर अकाउंट कैसे बनाएं – How to create an account on Chat GPT?

हां! अभी यह सभी यूजर्स के लिए बीटा फॉर्म में ओपन है। अब बात रही इसमें अकाउंट बनाने की, तो इसके लिए आपको सबसे पहले openai.com की ऑफिशियल वेबसाइट पर जाना है। जैसे ही बेवसाइट पर इंटर होंगे, वैसे ही एक पेज ओपन होगा और इस पेज में ऊपर की विंडो में Try लिखा हुआ दिखाई देगा। इस Try पर जैसे ही क्लिक करेंगे, एक नया पेज खुलेगा। यहां पर आपको साइन अप करने का ऑप्शन मिलेगा।

ईमेल आईडी और अन्य निजी जानकारी सबमिट करने के पश्चात आपको एक पासवर्ड क्रिएट करना होगा। इन प्रक्रियाओं के तहत आपका अकाउंट सफलतापूर्वक बन जाएगा। अकाउंट बन जाने के बाद आप कभी भी लॉगिन कर सकते हैं।लॉगिन करते ही एक फ्लैश बोर्ड दिखेगा, जिसमें Chat GPT लिखा होगा और इसी बोर्ड में नीचे New Chat का ऑप्शन दिखेगा। इसके बाद आप टाइप करके चैट जीपीटी पर किसी भी सवाल का जवाब पूछ सकते हैं।

लांच होते ही चैट जीपीटी ने बनाया रिकॉर्ड – Chat GPT made a record as soon as it was launched

  • जहां बड़े-बड़े सोशल मीडिया एप्स को 10 लाख यूजर बनाने में 1 से 2 साल लग गए, वहीं चैट जीपीटी के 10 लाख से ज्यादा यूजर लांच होने के 5 ही दिन में हो गए।
  • व्हाट्सएप 2009 में लांच हुआ और इसे 10 लाख यूजर बनाने में 2 साल लग गए।
  • इंस्टाग्राम 2010 में लांच हुआ और इसे भी अपने 10 लाख यूजर बनाने में 2 साल लग गए।
  • स्नैपचैट 2011 में लांच हुआ और इसे अपने 10 लाख यूजर बनाने में 1 साल लगा।

चैट जीपीटी पर किस तरह के सवाल पूछ सकते हैं – What kind of questions can I ask on Chat GPT?

चैट जीपीटी पर आप कोई भी सवाल पूछ सकते हैं। जैसे-

  • ईमेल कैसे लिखें?
  • आप अपनी CV बनवा सकते हैं।
  • रील या अपनी वीडियो कैसे वायरल करें?
  • पत्नी को क्या गिफ्ट दें? इस पर भी यह अपना सुझाव देता है।
  • यदि किसी स्टूडेंट को डेमोक्रेसी पर निबंध लिखना है, तो वह चैट जीपीटी पर ‘डेमोक्रेसी पर एक निबंध’ टाइप करके निबंध लिखवा सकता है।
  • चैट जीपीटी लंबे जवाब की बजाए छोटे और सटीक शब्दों में पूरी जानकारी देता है।
  • चैट जीपीटी फैक्ट पेश करता है, बिजनेस प्लान बनाता है, कंटेंट तैयार करता है और नए आईडिया देता है।

इसी तरह के किसी भी सवाल का जवाब चैट जीपीटी पर टाइप करके आप पूछ सकते हैं। यह तुरंत ही आपके द्वारा पूछे गए सवाल का जवाब लिख कर देता है। OpenAI के CEO सैम ऑल्टमैन ने कहा है कि चैट जीपीटी का यह शुरुआती डेमो है। जल्द ही आपको इस पर हेल्पफुल असिस्टेंट मिलेंगे, जो आपसे बात कर आपके सवालों का जवाब देने के साथ ही आपको सुझाव भी देंगे।

कुछ ही मिनटों में कैसे आपके सवालों का जवाब देता है चैट जीपीटी How does Chat GPT answer your questions in minutes??

OpenAI ने अपनी वेबसाइट पर विस्तार से इसकी जानकारी दी है। वेबसाइट में बताया गया है कि चैटबॉट को इंटरनेट से टेक्स्ट डेटाबेस का उपयोग करके ट्रेंड किया गया है। इसमें पुस्तकों, वेबटेक्स्ट, विकीपीडिया, आर्टिकल और इंटरनेट पर उपलब्ध 570 जीबी डेटा को फीड किया गया है। इसके फैक्ट को और भी सटीक बनाने के लिए सिस्टम में 300 अरब शब्द डाले गए हैं।

यदि आप चैटबॉट से कुछ पूछते हो, तो यह पहले ही प्रिडिक्ट कर लेता है कि आगे का आपका क्वेश्चन क्या हो सकता है? यहां पर इसमें कई सारे इनपुट्स दिए गए हैं। जैसे- यदि आप सवाल पूछते हैं कि समुद्र का पानी खारा क्यों होता है? तो चैट जीपीटी में इस सवाल का सही जवाब फीड किया गया है, लेकिन इसका मतलब यह नहीं है कि ये हर बार सही जवाब ही बताएं। यदि वह गलत जवाब देता है, तो AI ट्रेनर्स दोबारा इस सिस्टम में सही जवाब फीड करेंगे और इसे सही जवाब देना सिखाते हैं।

नोट: चैट जीपीटी में अभी फिलहाल 2021 तक की ही जानकारी फीड की गई है, इसलिए यहां पर आपको इसके बाद की जानकारी नहीं मिल पाएगी। जैसे- आप रूस और यूक्रेन के युद्ध के बारे में इससे सवाल पूछेंगे, तो इसका जवाब होगा कि हमें 2021 तक की ही ट्रेनिंग दी गई है, इसलिए हम आपको इसके बारे में कोई जानकारी नहीं दे पाएंगे।

क्या अनुचित और गैरकानूनी सवालों का भी जवाब देता है चैट जीपीटी – Does Chat GPT also answer inappropriate and illegal questions?

नहीं, यह किसी व्यक्ति या शख्स की पहचान तो नहीं कर सकता है, लेकिन अनुचित और गैर कानूनी सवालों को रद्द कर सकता है, ताकि इन जानकारियों का कोई गलत इस्तेमाल ना कर सकें। जैसे- कोई पूछे कि बड़ा धमाका करने वाला बम कैसे बनाएं, तो ऐसे सवाल पूछते ही चैट जीपीटी जवाब देगा कि यह गैरकानूनी है और इसका जवाब हम नहीं दे सकते हैं।

क्या चैट जीपीटी की वजह से लोगों की नौकरी के जाने का खतरा है – Is there a risk of job loss due to Chat GPT?

जो काम अभी तक इंसान कर रहा था, वो अब चैट जीपीटी कर सकेगा। जैसे- मेल करना हो, CV बनाना हो, पार्टी की प्लानिंग बनाना हो, निबंध लिखना हो आदि। यहां तक की चैट जीपीटी कोडिंग भी लिख सकता है। ऐसी बहुत सारी चीजें चैट जीपीटी आसानी से कर सकता है।

लेकिन इन सारी सुविधाओं के साथ ही इसकी कुछ लिमिटेशंस भी हैं। जैसे- आप सभी जानते हैं कि कोई भी टेक्नोलॉजी 100% फुलप्रूफ नहीं होती है। कई बार ऐसा भी हो सकता है कि जो यहां पर जानकारी मिल रही है, वो पक्षपात (Biased) करने वाली हो या कई बार जवाब गलत हो सकते हैं। कोई भी चैटबॉट AI डेटा पर ही काम करता है। यानी जो शख्स डेटा फीड कर रहा है वह किसी चीज के प्रति पक्षपाती नजरिये का हो, तो इस प्रकार की स्थिति में आपको ओवरऑल रिजल्ट पक्षपात करने वाला ही मिलेगा। कई बार कुछ सवालों के जवाब बिना सेंस वाले हो सकते हैं।

देखा जाए, तो यह काफी लेटेस्ट टेक्नोलॉजी हैं, लेकिन इसमें भी कई कमियां हैं। कई बार तो यह सवालों के जवाब बहुत ही अच्छे तरीके से देता है, लेकिन कई बार इसके अंदर कॉन्टेक्स्ट और सब्सटेंस मिसिंग होते हैं। इसलिए ऐसा कहना अभी जल्दबाजी होगी कि यह लोगों को रिप्लेस कर देगा।

चैट जीपीटी और गूगल में अंतर- Difference between Chat gpt and Google

किसी भी पूछे गए सवाल का यह टू द प्वाइंट जवाब देता है। यानी कि यह गूगल जैसा काम नहीं करता है कि आप किसी भी सवाल का जवाब या अन्य कोई जानकारी मांगे, तो ये बहुत सारी वेबसाइट्स की लिंक दे दे और उसके बाद आप वेबसाइट्स के अंदर जाकर देखें कि किसने कितनी सटीक जानकारी दी हुई है? कौन सी जानकारी आपके काम की है? फिर उसकी सत्यता की जांच करें। चैट जीपीटी केवल एक ही जवाब देता है।

कहने का आशय यह है कि गूगल पर जब आप कोई चीज सर्च करते हैं, तो वह आपको इंटरनेट पर मौजूद संबंधित विषय से जुड़ी कई सारी लिंक देता है। वहीं चैटजीपीटी इससे ज्यादा एडवांस है। चैट जीपीटी पर जब आप कोई चीज सर्च करते हैं, तो उससे जुड़ी स्पेसिफिक जानकारी ही सामने आती है, कोई लिंक नहीं। यानी चैट जीपीटी इंटरनेट पर सर्च नहीं करता, बल्कि उसके पास मौजूद डेटा में से ही वह जानकारी देता है।

इसको एक उदाहरण के माध्यम से ऐसे समझें कि जब आप गूगल में सचिन तेंदुलकर के बारे में सर्च करेंगे, तो आपको उनसे जुड़ी हुई खबरों की कई लिंक मिलेंगी। वहीं जब आप चैट जीपीटी में सचिन तेंदुलकर के बारे में सर्च करेंगे, तो यह उनके बारे में केवल स्पेसिफिक जानकारी ही देगा। यानी कि उसके अंदर जो जानकारी फीड है, वह वही जानकारी उपलब्ध कराएगा।

इसी तरह चैट जीपीटी पर किसी टॉपिक जैसे- मौसम पर कविता लिखने के लिए कहेंगे, तो वह उस टॉपिक पर नई कविता लिख देगा। वहीं गूगल पर इसी सवाल के जवाब पर आपको अलग-अलग कवि की कविता संग्रह का लिंक मिलेगा।

इसी तरह यदि आप गूगल सर्च में कहते हैं कि वह आपकी CV बना कर दे, तो गूगल आपको टेम्पलेट बनाने वाली वेबसाइटों का लिंक देगा। वहीं जब आप चैटजीपीटी से CV बनाने को कहेंगे, तो वह आपके सब्जेक्ट के मुताबिक पूरी CV तैयार कर देगा।

Chat GPT Vs Google

चैट जीपीटी के लांच होते ही कई जानकारों का ऐसा मानना है कि यह गूगल किलर है या आने वाले 1-2 साल में यह गूगल को खत्म कर देगा, क्योंकि यह एक चैटबॉट है और यह लांच होते ही बहुत जल्द लोकप्रिय हुआ और जैसे-जैसे इसकी लोकप्रियता बढ़ रही है, वैसे-वैसे गूगल की परेशानियां भी बढ़ रही हैं। तो इस समस्या से निपटने के लिए गूगल ने अपना चैटबॉट ‘बार्ड’ लाने की पेशकश की है।

तो आइए अब चैट जीपीटी और गूगल के चैटबॉट वार्ड के बारे में तुलनात्मक रूप से अध्ययन करते हैं।

आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस पर 6 साल काम करने के बाद गूगल ने आखिरकार अपना चैटबॉट बार्ड (Bard) को रिवील कर दिया है। गूगल का ये चैटबॉट माइक्रोसॉफ्ट के चैट जीपीटी से मुकाबला करने के लिए बनाया गया है। बार्ड एक एक्सपेरिमेंटल कन्वरसेशनल AI सर्विस है। यह यूजर से कन्वर्सेशन के लिए कंपनी के लैंग्वेज मॉडल डायलॉग एप्लीकेशन पर रन करता है। गूगल के सीईओ सुंदर पिचाई ने बताया कि वेब से इंफॉर्मेशन हासिल करने में सक्षम होगा बार्ड।

बार्ड की शुरुआत – beginning of the Bard

गूगल कंपनी द्वारा बताया गया कि बार्ड की शुरुआत कुछ टेस्टर्स के साथ होने वाली है। आने वाले कुछ ही समय में लोग इसका इस्तेमाल करना शुरू कर सकेंगे। गूगल शुरुआत में बार्ड को LaMDA के एक हल्के मॉडल संस्करण के साथ जारी करेगा, जिसके लिए कम कंप्यूटिंग पावर की आवश्यकता होगी। इससे बार्ड को ज्यादा से ज्यादा यूजर्स तक पहुंचाने और उनका फीडबैक लेने में आसानी होगी।

क्रिएटिविटी का केंद्र बन सकता है बार्ड – Bard can become the center of creativity

गूगल के सीईओ सुंदर पिचाई ने कहा कि हम यह सुनिश्चित करने के लिए अपनी खुद की इंटरनल टेस्टिंग के साथ ही बाहरी प्रतिक्रिया को जोड़ेंगे कि बार्ड के जवाब हाई क्वालिटी, सुरक्षा और रियल वर्ल्ड की जानकारी के लिए हाई लेवल के हों। हम टेस्टिंग के इस फेज को लेकर उत्साहित हैं, जिसमें बार्ड की क्वालिटी और स्पीड में सुधार जारी रखेंगे।

पिचाई ने अपने ब्लॉग में लिखा है कि बार्ड क्रिएटिविटी के लिए एक केंद्र बन सकता है और जिज्ञासा के लिए एक लांचपैड हो सकता है, जो आपको नासा के जेम्स वेब स्पेस टेलीस्कोप से 9 साल की उम्र में नई खोजों को समझाने मे मदद कर सकता हैं या फुटबॉल में सबसे बड़े स्ट्राइकर्स के बारे में जानकारी दे सकता है और फिर आप अभ्यास करके अपनी स्किल्स को बढ़ा सकते हैं।

चैट जीपीटी के जवाब में गूगल का बार्ड – Google’s Bard in response to Chat GPT

गूगल ने भी बार्ड को चैट जीपीटी की ही तरह डिजाइन किया है। आज नाश्ते में क्या बनाएं? आज कहां घूमने जाएं? या फिर अपने दोस्त की बर्थडे पार्टी में क्या ले जाएं? ऐसे सवालों के जवाब बार्ड से पूछे जा सकते हैं।

चैट जीपीटी से मिल रही चुनौती के कारण विकसित किया बार्ड – Bard was developed due to the challenge from Chat GPT

चैट जीपीटी के आने के बाद कई टेक दिग्गज आशंका जता रहे थे कि गूगल का सर्च इंजन खत्म हो जाएगा। जीमेल बनाने वाले पॉल बुचेट ने 2 दिसंबर को ट्वीट कर कहा था कि चैटजीपीटी के आने से गूगल 1 से 2 सालों में खत्म हो जाएगा।

उन्होंने कहा था कि AI ट्वीटबॉट्स गूगल के सर्च इंजन के रिजल्ट पेज को खत्म कर देंगे। यहां तक कि यदि वे खुद भी AI को लाते हैं, तो भी उनके बिजनेस का ज्यादातर हिस्सा खत्म हो चुका होगा। अब ऐसे में बार्ड के आने के बाद गूगल के सामने चुनौती बढ़ने वाली है। ऐसे में कंपनी ने बार्ड को विकल्प के रूप में तैयार किया है।

बार्ड जल्द बन सकता है चैट जीपीटी का विकल्प – Bard may soon become an alternative to Chat GPT

  • चैट जीपीटी के पास जवाब देने की लिमिटेशंस है। साथ ही इसके पास विकल्पों का अभाव है। वहीं गूगल पर हर दिन लगभग 8.5 अरब चीजें सर्च की जाती हैं।
  • यानी गूगल में हर सेकंड लगभग 99 हजार सर्च होते हैं। औसतन एक शख्स गूगल पर हर दिन 3 या 4 बार कोई न कोई चीज सर्च करता है। गूगल आपको एक ही कैटेगरी में कई सारे विकल्प देता है।
  • जैसे- वेबसाइट लिंक, आर्टिकल, फोटो, न्यूज़ और वीडियो। ऐसे में गूगल बार्ड को जल्द ही चैट जीपीटी के विकल्प के रूप में विकसित कर लेगा।
  • ओपन AI उन कई कंपनियों, लैब्स और इंडिपेंडेंट रिसर्च में शामिल है, जो ज्यादा मॉडर्न चैटबॉट बनाने पर काम कर रहे हैं।
  • ये सिरी और एलेक्सा जैसे डिजिटल असिस्टेंट की तरह काम करेंगे। लोगों की बात को अच्छी तरह से समझ सकेंगे। कम समय में ज्यादा काम निपटा सकेंगे।
  • यूजर्स को भरोसा है कि नए चैटबॉट गूगल या बिंग जैसे इंटरनेट सर्च इंजन की जगह ले सकते हैं।

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