हसदेव अरण्य (Hasdeo Arand) क्षेत्र के जंगल | विभिन्न प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए हसदेव अरण्य से संबंधित महत्वपूर्ण प्रश्न

हसदेव अरण्य (Hasdeo Arand) क्षेत्र के जंगल

आज के इस लेख में हम सुर्ख़ियों में बने हुए छत्तीसगढ़ के हसदेव अरण्य (Hasdeo Arand) क्षेत्र में फैले जंगल और हसदेव अरण्य से जुड़े हुए विभिन्न प्रतियोगी परीक्षाओं से संबंधित प्रश्नों और अन्य महत्वपूर्ण तथ्यों के बारे में जानेंगे।

तो आइए जानते हैं………

हसदेव अरण्य (Hasdeo Arand)

‘हसदेव बचाओ – पर्यावरण बचाओ, हसदेव बचाओ – छत्तीसगढ़ बचाओ’ ये नारा आजकल सुर्खियों में है। दरअसल, छत्तीसगढ़ के हसदेव अरण्य क्षेत्र में फैले जंगल में हजारों पेड़ काटे जा चुके हैं। हसदेव अरण्य उत्तर छत्तीसगढ़ के तीन जिलों में फैला हुआ है, इसमें कोरबा, सूरजपुर और सरगुजा जिला आते हैं। यह भी कहा जा रहा है कि आने वाले दिनों में यहां 2,50,000 से अधिक पेड़ काटे जानें हैं। जैव-विविधता से समृद्ध क्षेत्र हसदेव जंगल 1,70,000 हेक्टेयर में फैला हुआ है, जहां से छत्तीसगढ़ के वन विभाग के अधिकारियों ने 15,000 से अधिक पेड़ों को काटना शुरु कर दिया है।

यह जंगल हाथियों, भालू, सरीसृप सहित अन्य कई जानवरों की प्रजातियों का घर है। इस जंगल में कई प्रकार के जानवरों के रहन-सहन का प्रमुख कारण हसदेव नदी का इस जंगल के बीचों-बीच निकलना है। यहां साल और महुआ जैसे आर्थिक और आध्यात्मिक रूप से महत्वपूर्ण पेड़ पाए जाते हैं। दरअसल, ये पेड़ परसा ईस्ट और कांता बसन (पीईकेबी) कोयला खदान के लिए काटे जा रहे हैं। इस घने वन क्षेत्र के नीचे कुल 5 अरब टन कोयला होने का अनुमान है।

भारतीय वन्य जीव संस्थान की रिपोर्ट के अनुसार, हसदेव जंगलों की कटाई खासतौर से जो इलाका हाथियों का घर है, मानव-हाथी संघर्ष की विकट स्थिति को निर्मित कर सकता है और उसे संभालना लगभग नामुमकिन होगा।

हसदेव अरण्य क्षेत्र में फैले जंगलों की कटाई का विरोध

छत्तीसगढ़ में हसदेव अरण्य क्षेत्र में फैले जंगलों को बचाने के लिए बड़ी मुहिम चलाई जा रही है। हालांकि, हसदेव जंगल की कटाई का विरोध पूर्व सरकार के दौरान ही शुरू हो गया था। इसका मुख्य विरोध वहां के स्थानीय निवासी कर रहे हैं। वहां के स्थानीय निवासियों खासतौर से आदिवासियों को इस बात का डर है कि इस क्षेत्र में कोयला खनन होने से उन्हें यहां से पलायन करना पड़ेगा।

हसदेव अरण्य क्षेत्र में फैले जंगलों की कटाई को लेकर आप सभी का क्या कहना है ? आप अपनी राय कमेंट के माध्यम से जरूर शेयर करें।

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FAQ:

प्रश्न: हसदेव अरण्य क्षेत्र कहां है?

उत्तर: भारत के छत्तीसगढ़ राज्य में

प्रश्न: हसदेव अरण्य क्षेत्र कहाँ विस्तृत है?

उत्तर: हसदेव अरण्य क्षेत्र उत्तर छत्तीसगढ़ के तीन जिलों में फैला हुआ है, इसमें कोरबा, सूरजपुर और सरगुजा जिला आते हैं।

प्रश्न: हसदेव अरण्य क्षेत्र में विरोध क्यों हो रहा है?

उत्तर: जंगलों की कटाई की वजह से

प्रश्न: छत्तीसगढ़ का गठन कब हुआ था?

उत्तर: 1 नवंबर 2000

प्रश्न: छत्तीसगढ़ का सबसे बड़ा जिला कौन सा है?

उत्तर: कोरबा

प्रश्न: छत्तीसगढ़ का सबसे छोटा जिला कौन सा है?

उत्तर: मनेंद्रगढ़

प्रश्न: छत्तीसगढ़ की राजधानी?

उत्तर: रायपुर

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यदि आप किसी भी प्रतियोगी परीक्षा (UPSC-STATE PCS-SSC-BANK-RAILWAY-POLICE-SI, इनके अलावा विभिन्न प्रकार के वन-डे एग्जाम्स) की तैयारी कर रहे हैं या फिर अपना नॉलेज बढ़ाने के उद्देश्य से विभिन्न प्रकार की बुक्स पढ़ने की इच्छा रखते हैं, तो नीचे दी गई बुक्स में से अपनी आवश्यकता और इच्छानुसार बुक्स का चयन कर सकते हैं……..धन्यबाद।

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1 COMMENT

  1. आज के समय में सभी अपना फायदा देखते है । किसी को क्या नुकसान हो रहा कोई नही देखता है ।
    ऐसे विषयों पर लेख लिखने के लिए आपका धन्यवाद
    #हसदेव_अरण्य_बचाओ

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