Penny Stocks: क्या होते हैं पेनी स्टॉक्स ? पेनी स्टॉक्स की संपूर्ण जानकारी सरल शब्दों में

पेनी स्टॉक्स - Penny Stocks

आज के इस लेख में हम पेनी स्टॉक – Penny Stock के बारे में जानेंगे कि पेनी स्टॉक क्या होते हैं और ये किस प्रकार से किसी को भी अमीर व कंगाल बना सकते हैं।

तो आइए जानते हैं……

विषय सूची

पेनी स्टॉक – Penny Stock

ऐसे स्टॉक जिनकी कीमत बहुत कम होती है, उन्हें पेनी स्टॉक कहा जाता है। भारत में इसका कोई मानक नहीं है कि कितने रुपए से कम वाले स्टॉक को पेनी स्टॉक कहा जाएगा। हालांकि, अमेरिकी एक्सचेंज ने 5 डॉलर से कम कीमत वाले शेयरों को पेनी स्टॉक्स के रूप में परिभाषित किया है। आमतौर पर पेनी शेयरों की मार्केट कैपिटलाइजेशन और लिक्विडिटी बहुत कम होती है।

  • ज्यादातर नए निवेशक ही ऐसे शेयरों की तरफ आकर्षित होते हैं, क्योंकि वह दूसरों को देखकर जल्दी पैसा कमाना चाहते हैं।
  • लेकिन सच तो ये है कि पेनी स्टॉक वाली कंपनियां या तो बर्बाद हो चुकी होती हैं या फिर उनका बिजनेस ख़त्म हो चुका होता है।
  • लेकिन अब सवाल यह आता है कि फिर लोग क्यों अपना पैसा पेनी स्टॉक्स में निवेश करते हैं? क्या इसका कारण सिर्फ शेयर का कम कीमत में मिलना या फिर कुछ और है?
  • और वह लोग ऐसा क्या अलग करते हैं, जो पेनी स्टॉक्स खरीद कर बहुत ही कम समय में अमीर बन जाते हैं? क्या वह सिर्फ उनकी किस्मत होती है या फिर उन्हें कुछ ऐसी चीजें पता होती हैं, जो आपको नहीं पता हैं।

निवेशक पेनी स्टॉक्स क्यों खरीदते हैं – Why do investors buy penny stocks?

पेनी स्टॉक्स में निवेश करने के बहुत से कारण हैं, जो हर एक निवेशक को लुभाते हैं।

कम कीमत में ज्यादा शेयर मिलने के कारण – Due to getting more shares at a lower price

अधिकतर छोटे निवेशक पेनी स्टॉक्स की कीमत की तरफ ही आकर्षित होते हैं। क्या आपको पता है कि पेनी स्टॉक्स को आप सिर्फ 1 रूपए में भी खरीद सकते हैं, तो अगर आपके पास 100 रुपए भी हैं, तो आपको उस कंपनी के 100 शेयर मिल जाएंगे। वहीं अगर आप एक मजबूत कंपनी जैसे TATA का शेयर खरीदेंगे, तो आपको 4000 से भी ज्यादा में केवल एक शेयर मिलेगा। इतनी कम कीमत में ज्यादा शेयर खरीद कर लोग खुद को ज्यादा समझदार निवेशक समझते हैं, जबकि होता इसका उल्टा है।

ज्यादा रिटर्न के चक्कर में – in pursuit of higher returns

लोगों को लगता है कि अगर कोई शेयर सिर्फ 3 रूपए जैसे कम कीमत पर मिल रहा है, तो उसका प्राइस 5 रूपए होने में ज्यादा समय नहीं लगेगा, बजाय एक 4000 रूपए के शेयर के 6000 होने में। देखा जाए, तो लोग इन पेनी स्टॉक्स और लार्ज कंपनियों के शेयर की तुलना करते हैं, लेकिन अगर आप इतिहास उठाकर देखें, तो पेनी स्टॉक्स की सभी कंपनियों के रिटर्न को भी मिला दें, तो फिर भी वो Nifty 50 इंडेक्स की आधी कंपनियों के रिटर्न्स को भी मात नहीं दे पाएंगी।

ग्रोथ के कारण – due to growth

कम कीमत वाले शेयरों में चांसेस के चांसेस ज्यादा होते हैं, क्योंकि वह कंपनियां बिल्कुल छोटी होती हैं या उनका बिजनेस छोटे स्केल पर हो रहा होता है, जिसको भविष्य में बड़े स्तर पर किया जा सकता है, इसीलिए लोग अगला टाइटन या फिर अगला एचडीएफसी बैंक का शेयर खरीदने के चक्कर में पड़े रहते हैं और इसीलिए वो अच्छे पेनी स्टॉक्स की तलाश करते हैं या फिर किसी बड़ी कंपनी के शेयर की।

क्योंकि अगर आपने एचडीएफसी बैंक या फिर किसी बड़ी कंपनी के शेयर में उस समय निवेश किया होता, जब वह कंपनी एक पेनी स्टॉक्स थी या फिर कंपनी का साइज या मार्केट कैपिटलाइजेशन बहुत कम था, तो जब कभी भी उस कंपनी की ग्रोथ होती या साइज बढ़ता, तो आपका पैसा मल्टीप्लाई होकर आपको मल्टीबैगर रिटर्न देता।

एचडीएफसी के साथ ऐसा हो चुका है। एक समय वह पेनी स्टॉक्स की श्रेणी में आती थी। आज तो उसके ब्रांड वैल्यू के बारे में सभी जानते हैं। तो सोचिए जरा, जो निवेशक ग्रोथ की आशा किए हुए उस समय निवेश किए होंगे, आज उन्हें कितना ज्यादा रिटर्न मिल चुका होगा।

क्या 1 रूपए के शेयर खरीदे जा सकते हैं – Can shares be bought for Rs. 1??

1 रूपए से कम कीमत में आपको शेयर बाजार में काफी सारे पेनी स्टॉक्स देखने को मिल जाते हैं, लेकिन उनमें रिस्क भी बहुत ज्यादा होता है। इनमें ज्यादातर छोटी कंपनियां ही होती हैं, जिनका व्यापार वर्तमान में बहुत छोटा होता है।

क्या कम कीमत वाले शेयर अमीर बना सकते हैं – Can low priced stocks make you rich?

वैसे तो आपको शेयर मार्केट में बहुत सार सस्ते पेनी स्टॉक्स मिल जाएंगे, जिनकी कीमत कुछ ही दिनों में 1 रूपए से बढ़कर 2 रूपए, 5 रूपए या 10 रूपए हो जाती है, लेकिन याद रखिए, इस प्रकार के शेयर जितनी तेजी से ऊपर बढ़ते हैं, उतनी ही तेजी से नीचे भी गिर जाते हैं। इसलिए कम कीमत वाली कंपनियों के शेयर आपको अमीर भी बना सकते हैं और कंगाल भी कर सकते हैं।

यहां पर कुछ पेनी स्टॉक्स देख सकते हैं, जिन्होंने लोगों को मालामाल कर दिया।

पेनी स्टॉक इतने रिस्की क्यों होते हैं – Why are penny stocks so risky ?

अक्सर कम कीमत में मिलने वाले शेयर ब्लू चिप कंपनियों की तुलना में बहुत रिस्की होते हैं। आपके मन में एक सवाल जरूर आना चाहिए कि अगर कोई शेयर पेनी स्टॉक है, तो ऐसा क्यों हैं?

  • क्या कंपनी का बिजनेस चौपट हो चुका है?
  • कहीं ऐसा तो नहीं है कि कंपनी सेल्स या प्रॉफिट जनरेट नहीं कर पा रही हैं?
  • क्या किसी बड़ी कंपनी ने उसके बिजनेस मॉडल को कॉपी कर लिया है?
  • या फिर कंपनी ने बहुत ज्यादा कर्ज ले लिया है, जिसका वह भुगतान नहीं कर पा रही है……?

इन सभी बातों के बारे में आपको पता करने की कोशिश करनी चाहिए। हर एक शेयर के पीछे कोई-न-कोई कंपनी होती है और हर एक कंपनी का कोई-न-कोई बिजनेस होता है। इसलिए याद रखिए आप केवल शेयर में इन्वेस्ट नहीं कर रहें है बल्कि शेयर के माध्यम से उस कंपनी के बिजनेस में पैसा लगा रहें हैं। इसलिए आपको सवाल करना चाहिए कि क्या कंपनी में कोई दिक्कत है? जिसके कारण शेयर इतनी कम कीमत में मिल रहा है।

पेनी स्टॉक्स के रिस्की होने के कारण – Why Penny Stocks Are Risky

जानकारी का अभाव होना – lack of knowledge

अगर आप किसी भी पेनी शेयर के बारे में गूगल में जानकारी ढूंढेंगे, तो आपको उसके बिजनेस और मैनेजमेंट के बारे में बहुत कम जानकारी मिलेगी। ऐसे शेयर न्यूज़ में केवल तब आते हैं, जब कंपनी ने किसी बड़े प्रोजेक्ट का अनाउंसमेंट किया होता है या शेयर में अचानक तेजी आना चालू होती है। आप ऐसा हर एक छोटे शेयर में देखेंगे कि उसके बारे में रिसर्च करते समय आपको बहुत कम जानकारी मिलेगी। यही कारण है कि पेनी स्टॉक्स पर भरोसा करना थोड़ा मुश्किल हो जाता है।

कम लिक्विडिटी – low liquidity

लिक्विडिटी का मतलब होता है, किसी भी शेयर को कितनी आसानी से खरीदा और बेचा जा सकता है। अगर लिक्विडिटी ज्यादा होती है, तो आप किसी भी शेयर को आसानी से खरीद व बेच सकते हैं। सबसे ज्यादा लिक्विडिटी ब्लू चिप कंपनियों (सेंसेक्स या Nifty 50 कंपनियों की होती है, क्योंकि इनमें बहुत सारे निवेशकों ने पैसा लगाया हुआ होता है) की होती है।

जबकि इसके विपरीत पेनी स्टॉक्स की लिक्विडिटी बहुत ही कम होती है, क्योंकि इनके बारे में ज्यादातर लोगों को पता ही नहीं होता है। इसलिए वह किसी सस्ते शेयर को खरीद तो लेते हैं, लेकिन उसे बेच नहीं पाते, क्योंकि उसमें अपर सर्किट या लोअर सर्किट लगते रहते हैं और इस प्रकार से एक आम निवेशक का पैसा फंस जाता है।

ज्यादा वोलैटिलिटी – high volatility

वोलैटिलिटी का मतलब होता है, किसी भी शेयर का दाम कितना ज्यादा ऊपर-नीचे होता है। अगर किसी शेयर का चार्ट बिल्कुल स्मूथ तरीके से चलता है, तो वह बहुत कम वोलेटाइल है। ऐसे ज्यादतर पेनी स्टॉक्स होते हैं, क्योंकि उन्हें खरीदने और बेचने वालों की संख्या बहुत कम होती है।

ऑपरेटर के द्वारा दाम बढ़ाना या घटाना – price increase or decrease by operator

किसी से छोटी कंपनी के शेयर को ऑपरेट करना बहुत आसान होता है। शेयर को ऑपरेट करने का मतलब है कि कोई भी बड़ा इन्वेस्टर एक साथ बहुत सारे पैसे अगर किसी पेनी स्टॉक में लगा देगा, तो स्टॉक का प्राइस अचानक से बढ़ने लगेगा और ऐसे में लोग भी उसकी तरफ आकर्षित होने लगेंगे। कई बार तो ऐसे स्टॉक्स का बेवजह बहुत सारा प्रमोशन किया जाता है। जैसे- यूट्यूब पर एडवर्टाइजमेंट चलाकर या फिर न्यूज़ आर्टिकल लिखने वाली वेबसाइट को पैसे देकर।

पेनी स्टॉक्स में निवेश करते समय किन बातों का रखें ध्यान – What are the things to keep in mind while investing in penny stocks ?

पेनी स्टॉक्स में निवेश करते समय लोग बहुत सारी गलतियां करते हैं, जो उन्हें कंगाल कर देती है। हालांकि, अगर आप समझदारी से निवेश करते हैं, तो शेयर बाजार से आपको करोड़पति होने से कोई रोक नहीं सकता और वहीं अगर आपने दूसरों से टिप्स लेकर या फिर खुद से बिना कोई रिसर्च किए हुए पेनी स्टॉक्स में निवेश करने की कोशिश की, तो आपको अधिकांशतः नुकसान ही होगा। फिर आप भी सब की तरह यहीं बोलेंगे की शेयर बाजार जुआ है।

लेकिन ऐसा कुछ नहीं है, क्योंकि आप ऐसे हजारों लोगों को देख सकते हैं, जिन्होंने सिर्फ शेयर मार्केट में निवेश करके अपना-अपना इतना बड़ा साम्राज्य बना लिया है। यानी कि बहुत अमीर हो गए हैं, जैसे- राकेश झुनझुनवाला, राधाकृष्ण दमानी, रामदेव अग्रवाल ….. आदि।

यह सभी ऐसे उदाहरण हैं, जो यह बताते हैं कि शेयर बाजार आपको एक मौका देता है अमीर बनने का, क्योंकि आप यहां स्टॉक मार्केट में लिस्टेड कंपनियों के बिजनेस के जरिए देश की इकोनॉमी में योगदान देते हैं, लेकिन क्या आपको लगता है कि ये पेनी स्टॉक्स खरीदते होंगे? क्या आपको लगता है कि एक सफल निवेशक केवल इसलिए शेयर खरीदता है, क्योंकि उसके दाम कम हैं।

एक सफल निवेशक कभी भी किसी पेनी स्टॉक्स को सिर्फ इसलिए नहीं खरीदता है कि उसका दाम कम है, बल्कि वह इसलिए खरीदता है, क्योंकि उसे उस कंपनी के भविष्य में बड़ा होने का पोटेंशियल दिखता है और यह पोटेंशियल देखने के लिए आपको किसी भी कंपनी का शेयर खरीदने से पहले उसका फंडामेंटल एनालिसिस करना जरुरी होता है।

पेनी स्टॉक्स में पैसे लगाना चाहिए या नहीं – Should invest in penny stocks or not? ?

  • पेनी स्टॉक्स में बहुत सारे लोग उसकी केवल सस्ती कीमत देखकर ही पैसा लगा देते हैं। अगर आप भी ऐसा सोचते हैं, तो आपको ऐसा करने पर नुकसान झेलना पड़ सकता है। पेनी स्टॉक्स में निवेश करना बहुत ही जोखिम का सौदा हो सकता है। पेनी स्टॉक्स में तगड़ा रिटर्न्स भी देखने को मिलता है, लेकिन इनमें ही तगड़ा नुकसान भी होता है।
  • अगर आप किसी पेनी स्टॉक्स में निवेश करने की सोच रहें हैं, तो आपको शेयर की कीमत या उसके रिटर्न्स को देखकर उसमें पैसे लगाना चाहिए। पेनी स्टॉक में पैसा लगाने से पहले कंपनी का अच्छे से फंडामेंटल एनालिसिस करें। पता करें कि कंपनी का बिजनेस कैसा चल रहा है? उसका मैनेजमेंट कैसा है? उसके फ्यूचर प्लान क्या हैं? कंपनी पर कर्ज तो नहीं ….. आदि? अगर सारी बातें सहीं हो तभी पेनी स्टॉक्स में पैसे लगाएं।
  • पेनी स्टॉक्स में निवेश करना बुरा नहीं है, लेकिन आपको किसी भी एक पेनी स्टॉक में अपना पूरा पैसा निवेश नहीं करना चाहिए। ध्यान रखें कभी भी अपना ज्यादा पैसा पेनी स्टॉक्स में न लगाएं। पेनी स्टॉक्स को आप एक्सपेरिमेंट करने के लिए खरीद सकते हैं।
  • मतलब अगर आपके पास 2000 रूपए हैं, तो आप 100-200 रूपए के 10 या 20 अलग-अलग पेनी स्टॉक्स में लगा सकते हैं। इस प्रकार से अगर कुछ कंपनियां लंबे समय में डूब भी गई और केवल कुछ कंपनियों ने ही अच्छे रिटर्न दिए, तो वह आपके पूरे लॉस को रिकवर कर लेंगे।
  • क्योंकि पेनी स्टॉक्स में रिटर्न बहुत ज्यादा मिलते हैं, लेकिन सभी कंपनियों के साथ तो ऐसा नहीं हो सकता है, क्योंकि पेनी स्टॉक्स की कुछ कंपनियों में ही अच्छे रिटर्न मिलते हैं और कुछ कंपनियां डूब जाती हैं। इसलिए सारा निवेश एक ही कंपनी में न करें और इसीलिए पेनी स्टॉक्स खरीदते समय अपने पोर्टफोलियो को अलग-अलग स्टॉक्स में डायवर्सिफाई (विविध) करें। ऐसा करने से आपका रिस्क काफी हद तक कम हो जाता है।

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