समुद्री खीरा (Sea Cucumber) क्या होता है? जानें समुद्री खीरों के फायदों व उनकी विशेषताओं के बारे में

समुद्री खीरा | Sea Cucumber

आज के इस लेख में हम समुद्री खीरा (Sea Cucumber) के बारे में जानेंगे कि क्या होता है समुद्री खीरा? साथ ही समुद्री खीरों के फायदे व उनकी विशेषताओं के बारे में जानेंगे ।

तो आइए जानते हैं…..

चर्चा में क्यों?

चर्चा में इसलिए आया, क्योंकि श्रीलंका के मछुआरों ने चीन के खिलाफ इस बात के लिए विरोध प्रदर्शन किया कि चीन उनके समुद्री संसाधनों का शोषण कर रहा है। जैसा की आप सभी जानते ही होंगे कि चीन समुद्री संसाधनों का अवैध रूप से शोषण करने के लिए जाना जाता है। खासतौर से विश्वभर में चीन समुद्री मछलियों को अवैध रूप से पकड़ने के लिए बदनाम है।

इसी सिलसिले में चीन के Trawlers (मछली पकड़ने का जहाज) द्वारा श्रीलंका के जाफना क्षेत्र से समुद्री खीरा निकालकर अवैध रूप से श्रीलंका से बाहर ले जाया गया। इस वजह से वहां के मछुआरों ने इस बात का विरोध किया।

Trawlers

समुद्री खीरा (Sea Cucumber)

ऊपर इमेज में समुद्र की तलहटी में जो आपको प्रवालभित्तियों (Coral Reef) के बगल में पड़ा हुआ कांटेदार जीव दिख रहा है, उसे ही समुद्री खीरा (Sea Cucumber) कहा जाता है। समुद्री खीरे इकाइनोडर्मेटा (echinodermeta – शूलचर्मी) नामक एक बड़े जीव समूह का हिस्सा हैं, जिसमें स्टारफिश और समुद्री अर्चिन (जलसाही) भी शामिल हैं। इनके शरीर का आकार खीरे के समान होता है, लेकिन इनके पास छोटे-छोटे तंबू जैसे ट्यूब पैर होते हैं, जिनका उपयोग हरकत और भोजन के लिए किया जाता है।

समुद्री खीरे, शिकारियों या हमलावरों को अपने स्वयं के जहरीले आंतरिक अंगों को अपने शरीर से बाहर निकालकर भ्रमित या नुकसान पहुंचा सकते हैं। ये अंग वापस बढ़ते हैं और यह उन्हें खाने से बचा सकता है या फिर ऐसा कहे कि यह शिकारियों से उन्हें बचाने में मदद कर सकता है। प्रजातियों के आधार पर, समुद्री खीरे आमतौर पर एक इंच (2.5 सेंटीमीटर) से कम से लेकर छह फीट (1.8 मीटर) तक के आकार में भिन्न होते हैं।

समुद्री खीरे की विशेषताएँ

मार्केट में इसकी कीमत 16,500 प्रति डॉलर तक होती है। साधारण भाव शुरू होता है 5000 रूपए प्रति किलो से। मार्केट में इस तरह के भी समुद्री खीरे उपलब्ध हैं, जिनका भाव लाखों-करोड़ो रूपए तक जाता है। यानी कि सबसे घटिया किस्म के समुद्री खीरे का भाव 5000 रूपए से शुरू होता है।

इसका भाव इतना ज्यादा होने की सबसे बड़ी वजह यह है कि इसके अंदर जो प्रोटीन पाया जाता है वह कैंसर जैसी घातक बीमारी को खत्म करता है। इसके अंदर इस प्रकार के एंटीऑक्सीडेंट (Antioxidant) पाए जाते हैं, जो विभिन्न प्रकार की बीमारियों को जड़ से खत्म कर देते हैं। जैसे- कैंसर, गठिया बात, दिल की रुकावट (Heart Blockage) इत्यादि। इसी वजह से इसकी अवैध रूप से तस्करी (Smuggling) होती है।

समुद्री खीरों को बाहर कैसे निकाला जाता है?

जिस प्रकार से खेतों की जुताई की जाती है, उसी प्रकार से Trawlers या बड़े-बड़े समुद्री जहाजों द्वारा समुद्र में गहराई तक उपकरणों को डालकर तलहटी को जोतते हुए इन्हें बाहर निकाला जाता है। Trawlers के मामले में चीन बहुत आगे है। आपकी जानकारी के लिए बता दूँ कि 9,000 की संख्या में चीन ने अपने Trawlers समुद्र में छोड़े हुए है और ये दुनियाभर में फ़ैल रहे हैं।

कौन खाता है समुद्री खीरे?

चीन, ताइवान, जापान और सिंगापुर में इसे बहुतायत में पसंद किया जाता है। अक्सर देखा गया है कि जो क्षेत्र सुमद्र से घिरे हुए होते हैं, वहां खाने में समुद्री संसाधनों का बहुतायत में उपयोग किया जाता है। खाने के रूप में समुद्री खीरा चाइना वालों की पहली पसंद है।

श्रीलंका और चीन के बीच समुद्री खीरा मामला

श्रीलंकन सरकार गरीबी की हालात के चलते चीन की एक व्यापारिक कंपनी के साथ जाफना वाले क्षेत्र में 10 साल तक के लिए समुद्री संसाधन निकालने के लिए एग्रीमेंट किया है। इस एग्रीमेंट के तहत चीन जाफना वाले क्षेत्र से समुद्री संसाधनों को निकालेगा, लेकिन चीन निकालने के साथ-साथ चोरी-चोरी संसाधनों को बाहर भी ले जा रहा था। इसी का वहां के मछुआरे विरोध कर रहे थे। क्योंकि चीन की इन हरकतों की वजह से वहां के मछुआरों की आर्थिक स्थिति ख़राब हो रही थी।

समुद्री खीरे के बारे में महत्वपूर्ण जानकारियां

  • समुद्री खीरा भारत में विलुप्त होने की कगार पर है।
  • उत्तरी श्रीलंका में जाफना के नजदीक पाक स्ट्रेट और मन्नार की खाड़ी वाले क्षेत्र में समुद्री खीरा पाया जाता है।
  • ये समुद्र की तलहटी में पाए जाते हैं।
  • ये न तो चल सकते और न ही तैर सकते।
  • न इनके मुँह होता है और न ही गुदा द्वार।
  • ये प्रवालभित्तियों के समान ही वृद्धि करते हैं।
  • ये प्रोटीन के बहुत बड़े स्रोत होते हैं।

अवैध फिशिंग के मामले में चीन, दुनिया में नंबर-1

चीन है तो एशिया में, लेकिन चोरी-चोरी मछली पकड़ने के मामले में यह दक्षिण अमेरिका तक पहुँच जाता है। प्रशांत महासागर के गैलापागोस द्वीप में चीन लगभग 99% मछलियां अकेले पकड़ लेता है। दुनियाभर में हो रही अवैध फिशिंग का 95% हिस्सा चीन अकेले करता है। इसी वजह से क्वाड (Quad) समिति द्वारा हिन्द-प्रशांत क्षेत्र में डार्क फिशिंग को रोकने के लिए समुद्री सुरक्षा शुरू करने की पहल की गयी है।

चीनी मछुआरों द्वारा अंतरराष्ट्रीय कानूनों का उल्लंघन करते हुए अन्य देशों की क्षेत्रीय जल सीमा में घुसपैठ करना आम बात है। 2017 में इक्वाडोर ने चीन के जहाज फू युआन यू लेंग को 6,620 शार्क के साथ पकड़ा था। दक्षिण अमेरिकी क्षेत्र में गैलापागोस और इक्वाडोर के अलावा पेरू और अर्जेंटीना के समुद्री क्षेत्र में भी चीन कर चुका है घुसपैठ। चीन द्वारा अवैध रूप से की जा रही फिशिंग की वजह से विश्व के समुद्री संसाधनों को बहुत नुकसान हो रहा है।

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