क्या आप जानते हैं, अंतर्राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय के बीच क्या है अंतर?

अंतर्राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय के बीच अंतर

आज के इस लेख में हम अर्थो में एक समान प्रतीत होने वाले दो शब्द, अंतर्राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय में अंतर के बारे में जानेंगे, साथ ही ये भी जानेंगे की इनका प्रयोग कहां करना चाहिए।

तो आइए जानते हैं……

अपनी हिंदी भाषा में कुछ शब्द समानार्थी या समरूपी लगते हैं या हमें ऐसा लगता है कि इनका मतलब एक ही है, लेकिन उनके अर्थ में भिन्नता होती है। ऐसे कई शब्द हैं जिनका इस्तेमाल हम अक्सर करते हैं, किन्तु गलत शब्दों का चुनाव करने के कारण वाक्य के मायने या उसका मतलब बदल जाता है या कई बार उनके मायने होते ही नहीं। तो आइए ऐसे ही शब्दों में से दो शब्द अंतर्राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय में अंतर को समझते हैं।

अंतर्राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय जैसे शब्दों का इस्तेमाल एक-समान भावों के लिए किया जाता है, जबकि इन शब्दों के मायने और स्थितियां अलग-अलग हैं। तो आइए क्रमशः इन दोनों शब्दों के बारे में जान लेते हैं, उसके बाद अंतर्राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय में अंतर अपने आप स्पष्ट हो जाएगा।

अंतर्राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय में अंतर

क्या आपने पढ़ते या लिखते समय कभी भी इन दोनों शब्दों के बारे में गौर किया है? यदि गौर किया है तो क्या आपको नहीं लगा कि कही पर अंतर्राष्ट्रीय लिखा रहता है और कहीं पर अंतरराष्ट्रीय, लेकिन दोनों शब्दों का अर्थ एक ही निकाला जाता है, जबकि अंतर्राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय में अंतर है। अक्सर लोग इन दोनों शब्दों को एक ही अर्थ में लते हैं। अंतर्राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय दोनों शब्दों की वर्तनी सही है, लेकिन दोनों ही शब्द अलग-अलग हैं। दोनों शब्दों में ‘अंतर्’ और ‘अंतर’ का फर्क है।

तो आइए आज अंतर्राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय में अंतर को समझते हैं।

अंतर्राष्ट्रीय

अंतर्राष्ट्रीय शब्द ‘अंतर्+राष्ट्रीय’ शब्द से मिलकर बना है। इसमें अंतर् का अर्थ है ‘अंदर’, जिसका मतलब हुआ राष्ट्र के अंदर। अंतर्राष्ट्रीय शब्द देश के भीतर या आंतरिक (Internal) को इंगित करता है। इसे अंतर्देशीय भी कहा जाता है। अंतर्देशीय यानी देश के अंदर या भीतर।

उदाहरण:- यदि किसी देश में कोई समस्या है तो यह अंतर्राष्ट्रीय मामला कहलाएगा। इसको ऐसे समझें, जैसे मान लीजिए कि भारत के मध्य प्रदेश राज्य में किसी मुद्दे को लेकर बहस छिड़ी हुई है, तो ये देश के अंदर का मामला हुआ। इसलिए इसे अंतर्राष्ट्रीय मुद्दा कहा जाएगा।

अंतरराष्ट्रीय

अंतरराष्ट्रीय शब्द ‘अंतर+राष्ट्रीय’ शब्द से मिलकर बना है। इसमें अंतर का अर्थ है ‘दूरी या बाहर’, जिसका मतलब हुआ राष्ट्र के बाहर। अंतरराष्ट्रीय शब्द राष्ट्र या देश के बाहर या अलग-अलग राष्ट्रों के बीच का संकेत देता है।

उदाहरण:- यदि दो देशों के बीच मतभेद हुआ है तो यह अंतरराष्ट्रीय मामले को इंगित करता है। इसको ऐसे समझें, जैसे मान लीजिए कि रूस और यूक्रेन के बीच युद्ध छिड़ा हुआ है, तो ये देश के बाहर का मामला हुआ। इसलिए इसे अंतरराष्ट्रीय मुद्दा कहा जाएगा।

दोनों में महत्वपूर्ण अंतर ये होता है कि अगर अंतर्राष्ट्रीय मुद्दा है तो वह किसी देश का आंतरिक मुद्दा माना जाएगा, उसमें कोई अन्य देश को हस्तक्षेप या दखल (interference) देने की इजाजत नहीं होती है, जबकि अंतरराष्ट्रीय मुद्दों में अन्य देश भी हस्तक्षेप कर सकते हैं। रूस यूक्रेन के बीच आपसी मतभेद या हुए युद्ध से आप अंतरराष्ट्रीय मुद्दों को अच्छे से समझ सकते हैं।

इसके अलावा आप प्रथम विश्व युद्ध से अंतरराष्ट्रीय मुद्दों को आसानी से समझते हैं। प्रथम विश्व युद्ध, जिस युद्ध को नाम दिया गया, वह पहले दो देशों के बीच युद्ध शुरू हुआ था, उसके बाद उसमें कई देश शामिल हो गए थे।

उम्मीद करता हूँ कि आप सभी को अंतर्राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय में अंतर जरूर समझ में आया होगा।

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