आज के इस लेख में हम सर क्रीक – Sir Creek के बारे में जानेंगे कि यह क्या है, कहां है और इसको लेकर भारत और पाकिस्तान के बीच विवाद क्यों होता रहता है?
तो आइए जानते हैं……
चर्चा में क्यों?
भारत और पाकिस्तान के बीच दशकों से चला आ रहा सर क्रीक विवाद एक बार फिर चर्चा में है। चर्चा का कारण- पाकिस्तान ने भारत द्वारा गुजरात के सर क्रीक क्षेत्र में बनवाई जा रही सीमा चौकियों के निर्माण पर आपत्ति जताई है। दरअसल, भारत पहली बार गुजरात के इस क्षेत्र में सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) के जवानों के लिए स्थायी बंकर का निर्माण कर रहा है।
पाकिस्तान का कहना है कि इस सीमा रेखा को लेकर दोनों देशों के बीच विवाद चल रहा है। ऐसे में भारत की ओर से चौकियों का निर्माण करवाना पूरी तरह गलत है। हालांकि, पाकिस्तान के आरोप पर भारत की ओर से सख्त जवाब दिया गया। भारत का कहना है कि निर्माण कार्य अपने क्षेत्र में कर रहे हैं और जिस क्षेत्र में निर्माण कार्य चल रहा है, वह पूरी तरह से भारत का है।
क्या है सर क्रीक – What Is Sir Creek?
सर क्रीक पाकिस्तान के सिंध प्रांत और भारत के गुजरात के कच्छ के बीच 96 किलोमीटर लंबी जल पट्टी के रूप में सीमा रेखा है। दरअसल, बानगंगा नदी यहीं पर अरब सागर में गिरती है, जिस वजह से जल कटाव के कारण एक संकरे जल क्षेत्र का निर्माण हुआ, जो कि पाकिस्तान के सिंध प्रांत और भारत के गुजरात के कच्छ क्षेत्र के बीचो-बीच है।
(जिस जगह पर नदियां समुद्र या सागर में गिरती हैं, तो वहां पर या तो डेल्टा का निर्माण करती हैं या फिर एस्चुएरी (ज्वारनदमुख) का। डेल्टा चौड़े क्षेत्र को बोला जाता है और एस्चुएरी संकरे क्षेत्र को।)
बानगंगा नदी के यहां गिरने पर एस्चुएरी का निर्माण होता है, जो भारत के गुजरात के कच्छ क्षेत्र और पाकिस्तान के सिंध प्रांत के बीच सीमा बनाती है। इस एस्चुएरी को ही सर क्रीक कहा जाता है। कुल मिलाकर सर क्रीक पानी के कटाव के कारण बना है और यहां ज्वार-भाटे के कारण यह तय नहीं हो पाता है कि कितने क्षेत्र में पानी भरा रहेगा और कितना क्षेत्र खाली रहेगा, इस वजह से सर क्रीक का बाहरी क्षेत्र हमेशा दलदली बना रहता है।
सर क्रीक दुर्गम क्षेत्र है और वहां का मौसम भी अनुकूल नहीं है। वहां जहरीले सांप और बिच्छू बहुतायत में मिलते हैं। आधिकारिक सूत्रों के अनुसार दलदली क्षेत्र होने की वजह से बीएसएफ जवानों को गश्त के दौरान नंगे पैर चलना पड़ता है, क्योंकि गीले क्षेत्र में जूते पहनकर नहीं चला जा सकता है।
सर क्रीक नाम कैसे पड़ा – How did Sir Creek get its name?
आजादी से पहले, यानी अंग्रेजों के शासनकाल में यह संयुक्त रूप से बॉम्बे प्रेसीडेंसी हुआ करता था। इस दौरान यहां का जो प्रतिनिधि हुआ करता था, उसी प्रतिनिधि के नाम पर इस क्षेत्र का नाम बदलकर सर क्रीक कर दिया गया। वहीं कुछ लोगों का मानना है कि इस एस्चुएरी में सीरी नामक प्रसिद्ध मछली पाए जाने की वजह से इसे सर क्रीक कहा जाता है।
सर क्रीक विवाद और उसका इतिहास – Sir Creek dispute and its history
दोनों देशों के बीच इस विवाद की शुरुआत 1960 के दशक में शुरू हुई। सर क्रीक विवाद को भारत और पाकिस्तान के बीच कश्मीर और सियाचिन सीमा विवाद जैसे विवाद के रूप में माना जाता है, क्योंकि जिस प्रकार से पाकिस्तान ने कश्मीर और सियाचिन में घुसपैठ की यहां तक कि अवैध कब्जा भी किया हुआ है उसी प्रकार से इस क्षेत्र में भी घुसपैठ और कब्जा करने की कोशिश करता रहता है।
चूंकि सर क्रीक जल वाला क्षेत्र है, जो कि भारत के गुजरात के कच्छ और पाकिस्तान के सिंध प्रांत के बीच सीमा का निर्धारण करता है। नियम के अनुसार जब किन्ही 2 क्षेत्रों के बीच जल वाला क्षेत्र फंस जाता है। जैसे- सागर हो, खाड़ी हो या फिर नदी हो, तो ऐसी स्थिति में दोनों क्षेत्र, जल वाले क्षेत्र का आधा-आधा हिस्सा अपना मानते हैं, लेकिन पाकिस्तान इस बात को मानने को तैयार नहीं है।
पाकिस्तान का कहना है कि सिंध प्रांत और कच्छ रियासत के बीच हुए फौजदारी मामले में विवाद को लेकर 1914 में जिस समझौते (बंबई सरकार संकल्प) पर हस्ताक्षर हुआ था, उसके अनुसार पूरे सर क्रीक क्षेत्र पर पाकिस्तान का अधिकार है।
ऊपर इमेज को देखिए इमेज में जो ग्रीन डॉट डॉट डॉट….. लाइने दिख रही हैं, इन्हीं लाइनों को पाकिस्तान दोनों क्षेत्रों के बीच की सीमा मानता है, जो कि पूरी तरह से गुजरात की सीमा को टच करता है। वहीं भारत, इमेज में जो रेड डॉट डॉट डॉट…… लाइने दिख रही हैं, उन्हें दोनों क्षेत्रों की बीच की सीमा मानता है। नियम के अनुसार सीमा क्रीक के बीचो-बीच होनी चाहिए, लेकिन आपसी मतभेद के चलते ऐसा नहीं हो पा रहा है।
भारत विभाजन के बाद पाकिस्तान ने सर क्रीक एस्चुएरी पर अपना पूरा हक जताया, जो कि गलत था। भारत ने इसके जवाब में पाकिस्तान के समक्ष एक प्रस्ताव लाया। इस प्रस्ताव के तहत भारत का कहना था कि कच्छ के रण से लेकर एस्चुएरी के मुख तक एक सीधी रेखा को सीमा रेखा मान लिया जाए, लेकिन इस प्रस्ताव को पाकिस्तान ने मानने से इंकार कर दिया।
स्थायी सीमा न होने की वजह से कभी-कभी भारत के मछुआरे पाकिस्तान की तरफ चले जाते हैं और कभी-कभी पाकिस्तान के मछुआरे भारत की तरफ चले आते हैं और गिरफ्तारी का शिकार होते हैं।
भारत और पाकिस्तान के लिए सर क्रीक का महत्व – Importance of Sir Creek for India and Pakistan
- अरब सागर में स्थित होने की वजह से यह दोनों ही देशों के लिए बहुत ही महत्वपूर्ण है।
- एशिया में मछली पकड़ने वाले सबसे बड़े क्षेत्रों में से यह एक है।
- इसमें पाई जाने वाली सीरी मछली बहुत प्रसिद्ध है।
- दोनों ही देशों के मछुआरों के लिए आय का अच्छा साधन है।
- इस क्षेत्र में तेल और गैस के पर्याप्त संसाधन है, जो कि दोनों ही देशों के लिए महत्वपूर्ण है, लेकिन सीमा का उचित निर्धारण ना हो पाने की वजह से अभी तक इन संसाधनों का उपयोग नहीं किया जा सका है।
सर क्रीक क्षेत्र के पास स्थायी बंकर क्यों बना रहा है भारत – Why is India building a permanent bunker near the Sir Creek area?
पाकिस्तानी मछुआरों और मछली पकड़ने वाली नौकाओं की घुसपैठ के मद्देनजर कच्छ के सर क्रीक, हरामी नाला समेत भुज सेक्टर वाले इलाके में 8 बहुमंजिला बंकर सह निगरानी चौकियां बनाई जा रही हैं। ऐसा पहली बार हो रहा है, जब भारत द्वारा भारत-पाकिस्तान अंतरराष्ट्रीय सीमा पर सामरिक दृष्टिकोण से महत्वपूर्ण, इस क्षेत्र में सीमा सुरक्षा बल (BSF) के जवानों के लिए स्थायी बंकर का निर्माण किया जा रहा है।
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