जानिए, विश्व के कुल कितने देशों के पास है जासूसी जहाज (Spy Ship) यानी कि Missile Tracking Ship? क्या भारत के पास भी है जासूसी जहाज!!!

आज के इस लेख में हम जानेंगे कि जासूसी जहाज किसे कहते हैं? अभी तक विश्व के कुल कितने देशों के पास है Spy ship और भारत को कब मिला अपना जासूसी जहाज ?

तो आइए जानते हैं…..

चर्चा में क्यों?

अभी हाल ही में, जैसे ही चीन को ये पता चला की भारत अपने बैलिस्टिक मिसाइल अग्नि-5 के सबमरीन (पनडुब्बी) से चलने वाले संस्करण (Version), K- 4 का INS अरिहंत परमाणु पनडुब्बी से परीक्षण करने वाला है, वैसे ही चीन ने अपने जासूसी जहाज (Spy Ship) युआन वांग- 6 को इसकी जासूसी करने के लिए हिन्द महासागर में भेज दिया।

इससे कुछ दिन पहले भी चीन ने अपने युआन वांग सीरीज के Spy Ship, युआन वांग- 5 को श्रीलंका के हंबनटोटा बंदरगाह में भेजा था, जिस पर भारत ने श्रीलंका के समक्ष अपनी आपत्ति दर्ज कराई थी। पिछले 8 साल में, ये 5वीं बार चीनी शिप था भारत की जासूसी की फिराक में।

जानें, चीन ने कब-कब, भारत और उसकी मिसाइल्स की जासूसी करने के लिए अपने जासूसी जहाज भेज चुका है?

चीन इन जासूसी जहाजों को भेजने के पीछे तर्क ये देता है कि वह अपने द्वारा भेजे गए सैटेलाइट को ट्रैक करता रहता है कि सब सही तरीके से काम कर रहे हैं न !!! लेकिन सच्चाई कुछ और ही है। वास्तव में, उसके ये जासूसी जहाज आसपास या अन्य देशों की खुफिया जानकारियां इकठ्ठा करके चीन तक पहुंचाते हैं।

जासूसी जहाज (Spy Ship) – Missile Tracking System

ऐसे जहाज, जिन्हें रडार और एंटीना से बने हुए इलेक्ट्रानिक सिस्टम से इस प्रकार विकसित किया जाता है कि वो अपने रेंज में आने वाली मिसाइल्स या सैटेलाइट को ट्रैक कर लेते हैं। इन्हे इतना पॉवरफुल बनाया जाता है कि मिसाइल्स या सैटेलाइट की जानकारी इन्हे एयर डिफेन्स सिस्टम की रेंज में आने से पहले ह़ी मिल जात़ी है। यानी कि एयर डिफेन्स सिस्टम को जानकारी मिलने से पहले ही इनको जानकारी मिल जाती है। एयर डिफेन्स सिस्टम डिफेंस जॉब में भर्ती हुए लोगो द्वारा संचालित किया जाता है। इनका उद्देश्य आसपास हो रही गतिविधियों को ट्रैक करना होता है।

इनकी सुनने की क्षमता बहुत ज्यादा यानी कि लंबी दूरी की होती है। इनमें हाई-टेक ईव्सड्रॉपिंग इक्विपमेंट (छिपकर सुनने वाले उपकरण) लगे होते हैं। चीन के पास जो Yuan Wang- 6 जासूसी जहाज है वह 1000 किलोमीटर दूरी की बातों को सुनने में सक्षम है।

इन देशों के पास है जासूसी जहाज (These countries have spy ships)

अमेरिका (America)

अमेरिका के पास ट्रैकिंग शिप का बड़ा बेड़ा है, इनमें से कुछ का इस्तेमाल NASA भी करता है। फिलहाल, अमेरिका के 2 ट्रैकिंग शिप एक्टिव हैं।

रूस (Rusia)

रूस के पास भी मार्शल क्रिलोव ट्रैकिंग शिप है। 2018 में रूस ने इस शिप को अपग्रेड किया था।

फ्रांस (France)

फ्रांस की नेवी के पास Monge (A601) ट्रैकिंग शिप एक्टिव है। फ्रांस की स्पेस एजेंसी भी इसका इस्तेमाल करती है।

चीन (China)

चीन की ट्रैकिंग शिप को युआन वांग क्लास शिप कहा जाता है। चीन अब तक इस क्लास की 7 शिप लांच कर चुका है।

भारत (India)

10 सितंबर 2021 को भारत का पहला मिसाइल ट्रैकिंग शिप INS ध्रुव लांच हुआ था। न्यूक्लिअर और बैलिस्टिक मिसाइल को ट्रैक करने वाला ये भारत का पहला शिप है।

थोड़ी सी जानकारी ये स्पष्ट करना चाहता हूँ कि जासूसी जहाज (Spy Ship) को ही Missile Tracking Ship या Missile Tracking System कहा जाता है।

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मिसाइल किसे कहते हैं? मिसाइल के प्रकार | क्रूज व बैलिस्टिक मिसाइल

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